मिट्टी जांच कर किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा मिट्टी हेल्थ कार्ड उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले के किसान अब मिट्टी की गुणवत्ता के आधार पर खेती करेंगे. अधिक और गुणवत्तापूर्ण फसल के लिये कृषि विभाग किसानों के खेतों की मिट्टी जांच करा रहा है और इसे किसानों को डिजिटल उपलब्ध कराया जायेगा. मिट्टी में जिन पोषक तत्वों की कमी हागी, किसान वैसे ही खाद का उपयोग करेंगे. विभाग ने सूबे में पांच लाख और जिले में करीब तीस हजार खेतों की मिट्टी की जांच का लक्ष्य रखा है. इसकी जांच मुशहरी स्थित लैब सहित कृषि विज्ञान केंद्र में होगी. लैब में अब एएएस जैसी मशीन लगायी जा रही है, जिससे मिट्टी में मिले जस्ता, लोहा, तांबा जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की पहचान होगी. प्रखंडवार किसानों के खेतों की मिट्टी जांच कर उसका रिपोर्ट कार्ड किसानों को सौंपा जायेगा. जिले में अनुमंडल स्तरीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला की स्थापना की जायेगी. इसके अलावा केवीके सरैया में मिट्टी जांच की उन्नत सुविधा उपलब्ध है. यहां मिट्टी के 12 प्रमुख तत्वों की जांच की जा रही है. मोबाइल मिट्टी जांच वैन से मिलेगी सुविधा जिले में मोबाइल मिट्टी जांच वैन की भी सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. गांवों में जाकर यह लैब मिट्टी की जांच करेगी जांच में मुख्य पोषक तत्व नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, सूक्ष्म तत्व सल्फर, जिंक, आयरन, कॉपर, मैंगनीज, बोरोन, भौतिक गुण अम्लीयता, क्षारीयता, विद्युत चालकता और जैविक कार्बन का पता लगाया जायेगा. इन मिनी लैब में किट के माध्यम से मिट्टी की जांच होगी और आधे घंटे में मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध हो जायेगा. इसका उद्देश्य फसलों में रसायनिक दवाओं का उपयोग कम करना और जैविक खेती को बढ़ावा देना है. आत्मा की ओर से सभी प्रखंडों में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिये किसानों के साथ बैठक की जा रही है और उन्हें मिट्टी जांच करा कर जैविक खेती करने का सुझाव दिया जा रहा है़ आत्मा के उपनिदेशक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि किसानों को जैविक खेती के प्रति प्रोत्साहित किया जा रहा है. मिट्टी जांच से पता चलेगा कि खेतों की मिट्टी में किन पोषक तत्वों की कमी है. इससे खेतों को उपजाऊ बनाने में मदद मिलेगी
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