मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर गांव में डिजिटल क्रांति लाने के उद्देश्य से जिले के 223 प्राथमिक कृषि साख समितियों (पैक्स) में अब कॉमन सर्विस सेंटर का संचालन शुरू हो गया है. इन केंद्रों के माध्यम से ग्रामीण आबादी को विभिन्न प्रकार की डिजिटल सेवाएं एक ही छत के नीचे मिल रही हैं. इन सेवाओं में सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन, बिजली और पानी के बिलों का भुगतान, ट्रेन और हवाई टिकटों की बुकिंग, पैन कार्ड और आधार कार्ड से संबंधित कार्य, और विभिन्न प्रकार के प्रमाणपत्रों के लिए आवेदन शामिल हैं. यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने और लोगों को सरकारी सेवाओं तक आसान पहुंच प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. इन केंद्रों के माध्यम से किसान भी अपनी कृषि से संबंधित जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं और डिजिटल तरीके से लेनदेन कर सकते हैं. इसके अलावा जिले के 85 पैक्सों को ””ई-पैक्स”” घोषित किया गया है, जहां डिजिटल बुनियादी ढांचा और उन्नत सेवाएं उपलब्ध हैं. इन ई-पैक्सों में इंटरनेट कनेक्टिविटी, कंप्यूटर और प्रशिक्षित कर्मचारी मौजूद हैं, जो ग्रामीणों को और भी बेहतर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं. इस कदम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और गांवों में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. इन केंद्रों के संचालक, जिन्हें ””ग्राम स्तरीय उद्यमी”” कहा जाता है, न केवल सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, बल्कि ग्रामीणों को डिजिटल साक्षर भी बना रहे हैं. यह प्रयास जिले को एक डिजिटल रूप से सशक्त समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

