Muzaffarpur News जिले में एइएस के केस और नहीं बढ़ें, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयास कर रहा है. जिले के सभी पीएचसी प्रभारियों को निर्देश दिये गये हैं, जिन बच्चों को बुखार आ रहा है और वे अस्पताल में पहुंच रहे हैं, उनकी स्क्रीनिंग कराएं. सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने कहा कि इसके लिए आशा व आंगनबाड़ी सेविका को कहा गया है कि वे अपनी पंचायतों में जाकर बुखार वाले बच्चों का ब्योरा दें. इसके साथ ही एक टीम बनायी गयी है, जो स्क्रीनिंग करेगी. इधर बच्चों के बुखार से पीड़ित होने से परिवार वालों की भी चिता बढ़ गयी है. अस्पताल में हर रोज चार-छह बच्चे तेज बुखार से पीड़ित होकर आ रहे हैं. हालांकि, हफ्तेभर में जेइ के लक्षण वाला एक ही बच्चा मिला है. ओपीडी में भी आने वाले बच्चों में अधिकांश बुखार व खांसी से पीड़ित होने वाले आ रहे हैं.
ओपीडी में 1300 नये मरीज
ओपीडी में इलाज कराने के लिए हर रोज 12-13 सौ नये मरीज आते हैं. शुक्रवार को 1300 पर्चे बने. राम कुमार साह 13 साल के बेटे अरुण व 10 साल की बेटी सलोनी को बुखार आने पर अस्पताल लेकर आये थे. एक हफ्ते से स्थानीय डाॅक्टर से बुखार की दवा ले रहे थे. पर सुधार नहीं हुआ. जांच में एइएस की पुष्टि नहीं हुई है. सामान्य वार्ड में वायरल फीवर के बच्चों में पांच वर्षीय सूर्यांश तीन दिन से, तीन वर्षीय पुत्र अर्पित दो दिन से, पांच साल की अनन्या दो दिन से भर्ती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है