अंकित कुमार/ Bihar News: मुजफ्फरपुर. नौवीं और 11वीं कक्षा की 2025 की वार्षिक परीक्षा की कॉपियों की जांच किए बिना ही अधिकतर स्कूलों में इसका परीक्षाफल तैयार कर दिया गया है. शनिवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से दो स्कूलों की जांच के दौरान यह गड़बड़ी पकड़ी गई है. मुजफ्फरपुर में डीइओ अजय कुमार सिंह ने शनिवार को मारवाड़ी उच्च माध्यमिक विद्यालय व तिरहुत एकेडमिक उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया. तिरहुत एकेडमी में डीइओ ने पाया कि यहां 15 शिक्षक उपस्थित थे. तीन कक्षाओं के संचालन में थे, जबकि अन्य शिक्षक बातचीत में मशगूल थे. नौवीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं किया गया है. बिना कॉपियों की जांच किए ही परिणाम तैयार कर दिया गया है. नौवीं कक्षा में लिए जा रहे नामांकन का पैसा बैंक खाता में जमा नहीं किया गया है. रोकड़ बही में दैनिक शुल्क पंजी व नामांकन शुल्क से संबंधित कार्यालय प्रति भी उपलब्ध नहीं था.
चार महीने से गायब शिक्षक से भी पूछा गया कारण
विद्यालय में 752 विद्यार्थी नामांकित हैं और इसमें से 88 ही उपस्थित थे. ऐसे में डीइओ ने कहा है कि प्रभारी प्रधानाध्यापक व शिक्षकों को विद्यालय संचालन में अभिरूचि नहीं होने, कॉपियों की जांच नहीं करने, कम उपस्थिति, वर्ग संचालन तालिका नहीं होने के कारण विद्यालय में शैक्षणिक वातावरण नहीं है. शिक्षक सुनीता कुमारी फरवरी से ही विद्यालय से गायब हैं. ऐसे में उनसे अलग से इसका कारण पूछा गया है. वहीं प्रभारी प्रधानाध्यापक समेत सभी शिक्षकों से मूल्यांकन नहीं करने और शैक्षणिक माहौल नहीं होने पर स्पष्टीकरण मांगा है.
दोनों स्कूलों में बातचीत में मशगूल मिले शिक्षक
डीइओ अजय कुमार सिंह ने बताया कि वे करीब 10.40 बजे मारवाड़ी उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंचे. यहां सिर्फ एक ही शिक्षक वर्ग में थे. शेष शिक्षक बैठकर गप्प मार रहे थे. यहां भी नौवीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षा के बाद कॉपियों की जांच किए बगैर परिणाम तैयार किया गया है. कक्षाओं में कुल 898 विद्यार्थी नामांकित हैं, जबकि 57 ही उपस्थित मिले. मई महीने में लिए गए छात्रों के नामांकन की राशि बैंक में जमा नहीं कराई गई है. विद्यालय के शैक्षणिक माहौल में योगदान नहीं देने और साफ-सफाई के अभाव समेत अन्य कमियों को लेकर प्रभारी प्रधानाध्यापक समेत पदस्थापित शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. एक सप्ताह के भीतर इन्हें अपना पक्ष रखना है. स्पष्टीकरण नहीं देने की स्थति में इनके खिलाफ विभाग एकतरफा कार्रवाई करेगा.
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