वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर ऑल इंडिया बैंक इंप्लॉइज एसोसिएशन (एआइबीइए), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआइबीओए) समेत कई बड़े बैंक कर्मचारी संगठन 11 अगस्त को आइडीबीआइ बैंक में अखिल भारतीय हड़ताल करने जा रहे हैं. यह हड़ताल केंद्र सरकार के आइडीबीआइ बैंक को निजी हाथों में देने और विदेशी निवेशकों को सौंपने के फैसले के विरोध में है. बिहार को प्रोविंशियल बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन मुजफ्फरपुर जिला समिति के उप महासचिव पंकज कुमार ठाकुर ने बताया की वर्तमान में भारत सरकार और एलआइसी मिलकर आइडीबीआइ बैंक में 95% हिस्सेदारी रखते है. प्रस्तावित निजीकरण योजना के अनुसार सरकार केवल 15.24% हिस्सेदारी रखेगी, जबकि एलआइ के पास 18.76% हिस्सेदारी रहेगी. संभावित खरीदार विदेशी निवेशक (कनाडा, दुबई) से है. यह कदम 2003 में संसद में दिए गए 51% सरकारी हिस्सेदारी को बनाए रखने के आश्वासन के खिलाफ है. इस बैंक के पास तीन लाख करोड़ की सार्वजनिक जमा राशि है. बैंक ने पिछले 3 वर्षों में ₹30,000 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया है. चेयरमैन सच्चिदानंद सिंह ने बताया ने बताया बैंक को निजी हाथ में बेचने, बीमा क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश व ग्रामीण बैंक में विनिवेश की नीति का विरोध करते है. महासचिव चंद्र कुमार ने आगे बताया की यह आंदोलन देश के वित्तीय स्वाभिमान की रक्षा और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की अस्मिता बनाए रखने के लिए है. हम आम जनता, नीति निर्माताओं और जन संगठनों से अपील करते हैं कि वे इस आंदोलन को समझें और हमारे संघर्ष में साथ दें.
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