::: 15 कठ्ठा जमीन की बिक्री करने की बात आयी सामने, रौतनिया में 22 एकड़ 90 डिसमिल है नगर निगम के नाम जमीन
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
कांटी में कृषि विभाग की जमीन की बिक्री का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब मड़वन के रौतनिया में नगर निगम की 15 कट्ठा जमीन की अवैध बिक्री का मामला सामने आया है. जैसे ही नगर आयुक्त विक्रम विरकर को इसकी जानकारी मिली. उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्होंने जिला अवर निबंधक (रजिस्ट्रार) को पत्र लिखकर रौतनिया की जमीन की भविष्य में अब रजिस्ट्री नहीं हो. इसपर रोक लगाने का आदेश दिया है. साथ ही रजिस्ट्री की गयी जमीन से संबंधित जानकारी मांगी गयी है. यही नहीं, नगर आयुक्त ने कांटी, मड़वन और मुसहरी के अंचलाधिकारियों को भी पत्र भेजा है, जिसमें निगम के नाम जमीन का खाता-खेसरा और रकवा उपलब्ध कराते हुए दाखिल-खारिज नहीं करने को कहा है. अगर हो गया हो तो उसे तुरंत रद्द करने का आदेश दिया गया है. मोतीपुर के अवर निबंधक को भी निगम की जमीन की किसी भी कीमत पर रजिस्ट्री न करने का आदेश दिया गया है.
इधर, जिला अवर निबंधक मनीष कुमार ने बताया है कि जनवरी से 12 सितंबर तक की गई जांच में नगर निगम द्वारा बताये गये खाता-खेसरा (जमीन की पहचान संख्या) की कोई खरीद-बिक्री नहीं हुई है. हालांकि, नगर आयुक्त के पत्र के बाद गहनता से जांच-पड़ताल अभी जारी है.अमीन को नजरी-नक्शा तैयार करने का आदेश
इस खुलासे के बाद नगर निगम, रजिस्ट्री और सीओ कार्यालयों में हड़कंप मच गया है. नगर आयुक्त ने निगम के अमीन को आदेश दिया है कि वह निगम की सभी जमीनों को चिह्नित करें और उनका नजरी-नक्शा (विस्तृत जानकारी) जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं. शनिवार को निगम के कर्मचारी को नक्शा लेने के लिए पटना भेजा गया है. उल्लेखनीय है कि रौतनिया में नगर निगम का कचरा डंपिंग प्वाइंट है, जहां कुल 22 एकड़ 90 डिसमिल जमीन है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

