मुजफ्फरपुर : ठेकेदार अतुल शाही की हत्या के बाद उनके बूढ़े बीमार मां-बाप सहित पूरे परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. दो भाइयों में अतुल ही ठेकेदार व व्यापार से अपने परिवार की गाड़ी खींच रहें थे. बीमार माता-पिता के इलाज के साथ ही खेती और पशुपालन कर जीविका चलाने वाले बड़े भाई पंकज कुमार शाही को समय-समय पर आर्थिक मदद की जिम्मेवारी भी अतुल पर ही थी. उसके मौत के बाद पूरा परिवार टूट चुका है. मूल रूप से वीरपुर गांव निवासी अतुल शाही के पिता श्याम नंदन शाही गांव के ही उच्च विद्यालय में शिक्षक थे. दस वर्ष पूर्व अवकाश ग्रहण कर चुके 70 वर्षीय श्यामनंदन शाही वीपी,सुगर और हृदय रोग से ग्रसित हैं.
अतुल की मां भी बीमार
अतुल की मां भी कई गंभीर रोगों से ग्रसित हैं. अवकाश ग्रहण करने के बाद सरकार द्वारा मिल रहें पेंशन की राशि उनके बीमारी के इलाज के लिए काफी कम पड़ती है. बुढ़े माता-पिता के इलाज सहित अन्य खर्च के साथ बड़े भाई के परिवार के भी देख-भाल की जिम्मेवारी उन्हीं पर थी. बड़ा भाई पंकज शाही गांव में ही खेती और पशुपालन कर जीवन यापन करते हैं. पंकज शाही को एक पुत्र कन्हाई (22),दो पुत्री कोमल (30)काजल (18) है. वहीं अतुल को एक पुत्र शिवम(14)और पुत्री श्रेया (11)है. अपने बच्चों के साथ ही भाई के बच्चों के पढ़ाई-लिखायी के खर्च की जिम्मेवारी उन्हीं पर थी. भतीजी काजल शादी योग्य हो गयी है. उसकी शादी की भी चिंता अब परिजनों को सताने लगी है.
परिवार का एकमात्र सहारा थे अतुल
ठेकेदार अतुल की हत्या के बाद अब परिवार के भरण-पोषण का एक मात्र साधन फिलहाल बूढ़े पिता श्याम नंदन शाही का पेंशन ही हैं. भाई पंकज शाही सहित पूरा परिवार उनके मौत के बाद टूट से गये हैं. पुत्र के मरने की खबर सुनते ही हृदय रोग से ग्रसित श्याम नंदन शाही बिछावन पकड़ लिये है. मुखिया पन्ना शाही ने बताया कि उनकी हालत काफी दयनीय है. इस सदमे से वे काफी टूट चुके हैं. चिकित्सकों ने भी उनकी स्थिति काफी गंभीर बतायी है.