मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फपुर जिले के कांटी थाना क्षेत्र के चैनपुर निवासी पेंटर सुरेश साह की अपराधियों ने हत्या कर दी. उसका शव बुधवार को फतेहपुर फरदो पुल के नीचे से बरामद किया गया. घटना की सूचना मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गयी. मौके पर आसपास के ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी. सूचना पर सुरेश साह की पत्नी राधा देवी मौके पर पहुंची. उसने शव की पहचान की. मामले में राधा देवी ने कांटी थाने मेंप्राथमि की दर्ज करायी है. इसमें विधान पार्षद दिनेश सिंह के पुत्र छोटू व स्थानीय भुइल राय पर हत्या का आरोप लगाया है. उसने इन लोगों पर रात 11 बजे पति को जबरन घर से ले जाने का आरोप लगाया.
इधर, शव मिलने के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गये. इसकी सूचना कांटी पुलिस व स्थानीय विधायक अशोक चौधरी को दी गयी. कांटी व पानापुर की पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को उठाने का प्रयास किया, लेकिन लोगों के आक्रोश को देख पुलिस को पीछे हटना पड़ा. स्थानीय लोग वरीय पुलिस अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े थे. बाद में सुबह करीब 11 बजे डीएसपी पश्चिमी अजय कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर लेने का आश्वासन दिया.
गरदन व सीने पर मिले जख्म के निशान
कांटी वि धायक अशोक चौधरी ने मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग जिला प्रशासन से की. इसके बाद लोगों ने पोस्टमार्टम के लिए शव को पुलिस के हवाले कर दिया. शव को एसकेएमीसएच भेज दिया गया. पोस्टमार्टम में गरदन व सीने पर चार गहरे जख्म के निशान मिले हैं. रिपोर्ट में धारदार हथियार से गोद कर हत्या की पुष्टि हुई है.
करती रही पति का इंतजार, मिला शव
कांटी थाना क्षेत्र के चैनपुर निवासी सुरेश साह की हत्या के बाद उसकी पत्नी का रो-रो कर बुरा है. वह बिलखते हुए कह रही थी, रातभर पति का इंतजार करती रही, लोग उसे घर तक नहीं पहुंचाये. सुबह में उनका शव मिला. उन्हें घर से दबाव देकर दो लोग ले गये. सुरेश की पांच पुत्री हैं. दो पुत्रियों की शादी हो चुकी है. तीन की शादी अभी बाकी है. सुरेश की पत्नी राधा देवी अब इन पुत्रियों की परवरिश कैसे करेगी, शादियां कैसे होगी? यह उसके सामने यक्ष प्रश्न है. इसका जवाब वह रो-रोक मांग रही थी. लेकिन, वहां मौजूद किसी के पास इस सवाल का जवाब नहीं था.
एमएलसी के बेटे पर हत्या का आरोप
मृतक सुरेश साह की पत्नी राधा देवी का आरोप है कि मंगलवार की रात 11 बजे बाइक से विधान पार्षद के पुत्र छोटू कुमार सिंह व उसके साथ भुइल राय दोनों मेरे घर बाइक से आये और मेरे पति को अपने साथ चलने का दबाव दिया. अगले दिन आने की बात पर लोगों लोगों ने जबरदस्ती की. सुरेश की पत्नी ने उनसे कहा था कि बहुत रात है, कल जायेंगे. तब छोटू ने कहा कि फिर पहुंचा देंगे. इसके बाद उसके पति को बाइक पर लेकर वे लोग चले गये. रातभर टकटकी लगाकर देखती रही. सुबह में शव को फरदो पुल के नीचे होने की जानकारी मिली. जब मौके पर पहुंची, तो वहां पति का शव क्षत-विक्षत स्थिति में था. राधा का कहना है कि उसके पति की हत्या छोटू सिंह ने की है.
पेंटर थे पिताजी, शराब के धंधे में करा दिया शामिल
मृतक सुरेश साह की बेटी का कहना था कि मेरे घर पर हमेशा आरोपियों का आना-जाना लगा रहता है. मेरे पिताजी को वह अक्सर काम करने की बात कहकर ले जाया करता था. मेरे पिताजी पेंटर का काम करते थे, लेकिन कुछ महीने से वह छोटू के साथ शराब के धंधे में शामिल हो गये थे. शराब के रखरखाव के लिए छोटू उसके पिता का इस्तेमाल करता था. कुछ वाद-विवाद के कारण उसके पिता की हत्या कर दी गयी है.
विधायक व अधिकारियों ने दिलाया न्याय का भरोसा
विधायक अशोक चौधरी ने पीड़ित परिवारों को सांत्वना देते हुए कहा कि प्रशासनिक स्तर से मुआवजा दिलायी जायेगी. उन्होंने घटना की निंदा करते अभियुक्तों की गिरफ्तारी व कठोर कार्रवाई की मांग की. मुखिया ने कबीर अंत्येष्टि योजना से शव के दाह संस्कार के लिए तीन हजार रुपये दिये. घटना स्थल पर मड़वन बीडीओ अमरेंद्र पंडित, सीओ योगेंद्र पासवान सहित समाजसेवी उपेंद्र साह, अजय शर्मा, पंचायत समिति सदस्य विनोद राय, सरपंच हरेंद्र कुमार, पूर्व मुखिया किशुन पासवान, ऋषि कुमार सहित ने पीड़ित परिवारों को सांत्वना दिया.
सभी पहलुओं पर की जा रही हैं जांच : डीएसपी
मुजफ्फरपुर जिले के पश्चिमी क्षेत्र के पुलिस उप अधीक्षक अजय कुमार ने कहा कि घटना की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. घटना के सभी बिंदुओं पर तहकीकात की जा रही है. मामले की जांच कर जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
निष्पक्षता से केस की जांच करे पुलिस
वहीं, विधान पार्षद हत्या के मुख्य आरोपी छोटू सिंह के पिता दिनेश सिंह का कहना है कि घटना बेहद दुखद व अमानवीय है. पीड़ित परिवार के साथ हमारी संवेदना व सहानुभूति है. पुलिस निष्पक्षता से सभी बिंदुओं पर जांच करे. कोई दोषी नहीं बचे, निर्दोष नहीं फंसे. अपराधी कोई भी हो, उस पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.