मुजफ्फरपुर : एक अप्रैल से संविदा व दैनिक मजदूरी पर कार्यरत नगर निगम के सफाई कर्मियों को हटा कर आउटसोर्सिंग पर उनकी बहाली होगी. सरकार के इस फैसले का जो लोग विरोध करेंगे, उन पर नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई का निर्देश दिया है. इसको लेकर सचिव ने डीएम सहित निगम पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी की. इससे निगम कर्मियों में भारी उबाल है.
गुरुवार की दोपहर बाद नगर निगम के ऑफिस व फील्ड में काम करने वाले कर्मचारियों ने अलग-अलग आपात बैठक की. दोनों संगठनों ने काफी देर तक हड़ताल पर जाने के मुद्दे पर मंथन किया. इससे दोपहर बाद करीब तीन घंटे तक निगम का प्रशासनिक काम ठप रहा. वहीं दूसरी पाली में शहर की साफ-सफाई भी नहीं हो सकी. इतना ही नहीं, जन्म प्रमाण पत्र बनाने सहित अन्य काम से निगम पहुंचे लोगों को काफी परेशानी हुई, लेकिन प्रशासनिक सख्ती को देखते हुए दोनों संगठन एक-दूसरे पर पहले हड़ताल पर जाने का एलान करने की बात कह संगठन के अगले निर्णय तक ड्यूटी पर बने रहने की बात कह दी है.
सख्त है जिला व निगम प्रशासन : सचिव के आदेश के बाद जिला व निगम प्रशासन सख्त है. गुरुवार को जब निगम कर्मियों की अलग-अलग बैठक चल रही थी, तब जिला पुलिस व निगम प्रशासन के कई अधिकारी पल-पल की रिपोर्ट लेने में जुटे थे. निगम अधिकारियों का कहना है कि जो लोग निगम के काम में व्यवधान उत्पन्न करेंगे, उनके विरुद्ध विभागीय दिशा-निर्देश के तहत कानूनी व प्रशासनिक कार्रवाई की जायेगी.