16 लाख के लेन-देन में डॉक्टर के बदले कंपाउंडर की कर दी हत्या
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मारने आये थे डॉक्टर को, मार दी कंपाउंडर को गोली, जानें पूरा मामला
16 लाख के लेन-देन में डॉक्टर के बदले कंपाउंडर की कर दी हत्या मुजफ्फरपुर : अहियापुर के बड़ा जग्रनाथ गांव में शनिवार को कंपाउंडर शैलेंद्र कुमार सिंह की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. 16 लाख रुपये के लेन-देन के विवाद में लाइनर की गलती की वजह से शूटर ने डॉक्टर की जगह […]
मुजफ्फरपुर : अहियापुर के बड़ा जग्रनाथ गांव में शनिवार को कंपाउंडर शैलेंद्र कुमार सिंह की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. 16 लाख रुपये के लेन-देन के विवाद में लाइनर की गलती की वजह से शूटर ने डॉक्टर की जगह कंपाउंडर की हत्या कर दी थी. 12 घंटे के अंदर ही विशेष पुलिस टीम ने घटना का उद्भेदन कर दिया है. इसमें बोचहां प्रखंड की कर्णपुर उत्तरी पंचायत के मुखिया पति जय घनश्याम पटेल सहित चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है. मुखिया पति ही घटना का मुख्य साजिशकर्ता था. एसएसपी मनोज कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि घटना का खुलासा पुलिस के लिए चुनौती थी. आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ-साथ एक बाइक व छह मोबाइल भी पुलिस ने जब्त किया है. आरोपितों ने संलिप्तता स्वीकार कर ली है.
लाइनर ने कंपाउंडर को ही समझ लिया डॉक्टर
जय घनश्याम पटेल की पत्नी मुखिया है. उसकी पंचायत में अनिता देवी आवास सहायक है. उससे मुखिया पति ने 16 लाख रुपये कर्ज लिये थे. इन रुपयों को मुखिया पति ने शराब के धंधे में लगा दिया. लेकिन शराब की पहली ही खेप को पुलिस ने जब्त कर लिया. इसमें मुखिया पति की कमर टूट गयी. इधर, अनिता ने अपने रुपये लौटाने के लिए मुखिया पति पर दबाव बनाना शुरू कर दिया. अनीता देवी के घर में ही डॉक्टर अविनाश कुमार किरायेदार थे. इसकी जानकारी मिलने पर डॉक्टर ने मध्यस्थता करते हुए मुखिया पति पर रुपये लौटाने का दबाव बनाया. इसके बाद मुखिया पति ने जमीन रजिस्ट्री करने की बात आवास सहायक को कही. लेकिन मुखिया पति ने जमीन रजिस्ट्री नहीं करायी और न ही रुपये लौटाये. वह बार-बार समय मांगता रहा. मामला बढ़कर अहियापुर थाने तक जा पहुंचा. इस मामले में पुलिस में भी शिकायत दर्ज करायी गयी थी.
तीन लाख रुपये में तय हुआ हत्या का सौदा
रुपये का दबाव अनिता के साथ-साथ डॉक्टर भी बढ़ा रहे थे. मुखिया पति ने डॉक्टर को रास्ते से हटाना उचित समझा. उन्होंने ने लालबाबू साह को हत्या की जिम्मेवारी दी. इसमें लालबाबू ने लाइनर की भूमिका निभायी. इसके लिए उसे 85 हजार रुपये मिले. लालबाबू ने साला पंकज की मदद ली. पंकज ने हत्या के लिए तीन लाख तय किया. उसकी मदद से शूटर मुकेश ने हत्या कर दी. लेकिन, डॉक्टर के बदले कंपाउंडर की गोली मार हत्या कर दी.
छापेमारी दल में सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह, एएसपी अभियान विमलेश चंद्र झा, नगर डीएसपी रामनरेश पासवान, एसटीएफ डीएसपी सुनील कुमार शर्मा आदि थे., विशेष कार्यबल डीएसपी दिलीप कुमार, विशेष शाखा पुलिस निरीक्षक कुमार रवि, अहियापुर थानेदार विकास कुमार राय, बोचहां थानेदार मणिभूषण कुमार, गायघाट थानेदार राजेंद्र साह, बेनीबाद ओपीध्यक्ष ललित कुमार, क्यूआरटी प्रभारी सुनील कुमार रजक.
इनकी हुई गिरफ्तारी
बोचहां कर्णपुर उत्तरी पंचायत के मुखिया पति चौपार मदन गांव निवासी जय घनश्याम पटेल बोचहां के शांतिपुर निवासी पंकज कुमार, ढाढिया गांव निवासी लाल बाबू साह, बड़ा जग्रनाथ गांव निवासी मुकेश कुमार
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