सुमेरा पंचायत की मुखिया के पति थे मो आलीशान
मुजफ्फरपुर : सदर थाना क्षेत्र के गोबरसही-सुमेरा मार्ग के पकड़ी में मंगलवार की सुबह बाइक सवार अपराधियों ने कुढ़नी प्रखंड के सुमेरा पंचायत की मुखिया अंगूरी खातून के पति पूर्व मुखिया मो. आलीशान को गोलियों से भून दिया. पूर्व मुखिया की मौके पर ही मौत हो गयी. वे सुबह अपने घर से गोबरसही स्थित फल की दुकान पर जा रहे थे.
घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय लोगों व उनके समर्थकों का आक्रोश भड़क गया. वे हत्या के विरोध में सड़क पर उतर आये. गोबरसही चौक, फरदो पुल, सुमेरा मार्ग को जाम कर दिया. सड़क पर आगजनी कर प्रशासन विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी. गोबरसही
में जाम कर रहें समर्थकों ने वाहनों में तोड़-फोड़ कर बवाल काटा. राहगीरों के साथ मारपीट भी की. जानकारी मिलने पर पहुंची सदर पुलिस काे लोगों का आक्रोश झेलना पड़ा. आक्रोशित लोगों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कुछ देर के लिए सदर पुलिस को घेर लिया. इसके बाद सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह, नगर डीएसपी मुकुल कुमार रंजन, एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार, डीएसपी पश्चिमी कृष्ण मुरारी प्रसाद, कांटी पुलिस, क्यूआरटी, जिला पुलिस बल के जवान मौके पर पहुंचे. उन्होंने मृतक के परिजन को हत्यारों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. लेकिन मृतक के परिजन व समर्थक हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद ही शव उठाने की मांग पर अड़ गये. मौके पर पहुंचे पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा ने मृतक के परिजनों के साथ पुलिस से वार्ता की. उन्होंने एसएसपी मनोज कुमार से मोबाइल पर बात कर अविलंब अपराधियों को गिरफ्तारी करने को कहा. एसएसपी ने सिटी एसपी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. इसके बाद परिजन व समर्थक शांत हुए. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया. परिजनों ने तीन नामजद व तीन अज्ञात के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी है.
शव पहुंचते ही मचा चीत्कार
पूर्व मुखिया का शव दोपहर में एसकेएमसीएच में पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा. शव पहुंचते ही परिजनों व गांव के लोग दहाड़ मार कर रोने लगे. पत्नी अंगूरी खातून, बेटा मो. एहसान उर्फ शेर अली, राहुल, बेटी मुस्कान का रोते-रोते बुरा हाल हो गया था. मृतक के छोटे भाई मो. जॉनी बेसुध हो गये थे. परिजनों को रोते देख आस-पास की महिलाओं व बच्चों की आंखों से भी आंसू बहने लगे.
पिता की भी हो चुकी है हत्या
आलीशान के पिता अब्दुल हफीज की भी करीब 25 वर्ष पूर्व गांव में ही अपराधियों ने हत्या कर दी थी. मृतक के छोटे भाई मो. जॉनी ने बताया कि उनके पिता की तरह भाई की भी हत्या अपराधियों ने कर दी है. पिता की हत्या में शामिल कई लोगों को कोर्ट सजा सुना चुकी है. एक आरोपित आज भी फरार है.
पूर्व मुखिया को मारी गयी थी एक दर्जन गोली
पूर्व मुखिया मो. आलीशान को अपराधियों ने 12 गोली मारी थी. आलीशान के शरीर पर सबसे अधिक गोली पेट व सीने में लगी थी. पुलिस ने घटना स्थल से आधा दर्जन खोखा व पिस्टल की एक मैगजीन बरामद की है.