मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
मतदाताओं को वोट के अधिकार को लेकर सजग करने के लिए डीएम सुब्रत कुमार सेन ने सोमवार को समाहरणालय परिसर से 13 मोबाइल प्रचार वाहनों को रवाना किया. ये वाहन जिले के 11 विधानसभा क्षेत्रों में घूमेंगे और मतदाताओं को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनऔर वोटर वेरीफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल के इस्तेमाल की पूरी प्रक्रिया समझाएंगे. इस पहल का लक्ष्य मतदाताओं को न सिर्फ इन मशीनों की कार्यप्रणाली के बारे में जागरूक करना है, बल्कि उन्हें हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग भी देना है. जिलाधिकारी ने कहा कि यह प्रशिक्षण मतदाताओं के आत्मविश्वास को बढ़ाएगा, जिससे वे बिना किसी हिचकिचाहट के मतदान कर सकेंगे. कहा कि सिर्फ मतदाताओं की संख्या बढ़ाना ही काफी नहीं है, बल्कि यह भी जरूरी है कि हर मतदाता मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता और तकनीक की विश्वसनीयता को समझे. उन्होंने जोर देकर कहा कि इवीएम और वीवी पैट पूरी तरह से सुरक्षित और भरोसेमंद प्रणाली है, जिसमें किसी भी तरह की छेड़छाड़ संभव नहीं है. उन्होंने कहा, “जब मतदाता मशीनों से अच्छी तरह परिचित होंगे, तो वे मतदान केंद्र पर निडर होकर वोट डाल सकेंगे. यह प्रशिक्षण मतदाताओं के मन से तकनीकी डर को दूर करने का सबसे प्रभावी तरीका है. जिलाधिकारी ने साफ चेतावनी दी है कि इस अभियान में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.प्रचार वाहनों की खासियत
हर वाहन के साथ एक प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर मौजूद होगा, जो मतदाताओं को मशीन का उपयोग सिखाएगाकानून-व्यवस्था और सुरक्षा बनाए रखने के लिए हर वाहन के साथ एक दंडाधिकारी और पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा
आकर्षक सामग्री: वाहनों पर बैनर, पोस्टर और स्टैंडी लगाए गए हैं, ताकि जानकारी आसानी से समझ में आएक
लेक्ट्रेट में मिल रही ट्रेनिंग
मोबाइल वाहनों के अलावा, समाहरणालय परिसर में भी एक स्थायी इवीएम डेमोंस्ट्रेशन सेंटर बनाया गया है. हर दिन औसतन 50 लोग प्रशिक्षण ले रहे हैं. इस केंद्र पर अनुभवी मास्टर ट्रेनर,डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

