मुजफ्फरपुर : एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) यानी चमकी बुखार से बिहार में हो रही बच्चों की मौतों पर मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट ने जांच के आदेश दिये हैं. एक सामाजिक कार्यकर्ता की याचिका पर सोमवार को सुनवाई करते हुए सीजेएम सूर्यकांत तिवारी ने एसीजेएम को जांच का आदेश दिया है. वहीं, मामले में सुनवाई के लिए 28 जून की तारीख तय कर दी है.
जानकारीके मुताबिक, अहियापुर थानाक्षेत्र के भिखनपुर निवासी व सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने बिहार में एईएस यानी चमकी बुखार से हो रही बच्चों की मौत को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के खिलाफ परिवाद दायर किया था. हाशमी ने अपनी याचिका में कहा है कि एईएस के कारण मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत हो रही है. उन्होंने दोनों मंत्रियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि बीमारी को लेकर कोई जागरूकता अभियान नहीं चलाया गया. यह बीमारी मुजफ्फरपुर जिले के आसपास के जिलों में कई वर्षों से फैली है, लेकिन आरोपितों ने जानलेवा बीमारी पर अब तक किसी भी प्रकार का शोध नहीं कराया. बच्चों की इस तरह हो रही मौत से मैं सामाजिक कार्यकर्ता होने के कारण काफी मर्माहत हूं.