मुजफ्फरपुर : सरैया थाने के अभिछपरा में बरात में बवाल के दौरान गोली लगने से मृत युवक का अंतिम संस्कार होने तक ग्रामीणों के साथ ही पुलिस की सांस भी अटकी रही. गुरुवार को शाम करीब चार बजे जब परिजन शव लेकर रेवा घाट के लिए निकले, तब पुलिस अधिकारियों ने राहत की सांस ली. दोपहर में जब पोस्टमार्टम के बाद मृतक नवीन का शव गांव में पहुंचा, तो पुरुषों के साथ ही सैकड़ों महिलाएं जुट गयीं.
आंखों में आंसू के साथ चेहरे पर आक्रोश भी था, जिससे पुलिस की बेचैनी बढ़ गयी. स्थानीय लोगाें की मदद से पुलिस अधिकारी किसी तरह जल्द-से-जल्द शव का अंतिम संस्कार कराने को बेचैन थे. इस बीच किसी ने मृतक के पिता काे समझा दिया कि शव उठने के बाद पुलिस मामले को दबा देगी, जिससे वह कुछ देर के लिए तत्काल मुकदमा दर्ज कर आरोपित की गिरफ्तारी की मांग करने लगा.
हालांकि किसी तरह उन्हें शव ले जाने के लिए राजी किया जा सका. अभिछपरा गांव में बुधवार की रात द्वारपूजा के लिए जा रही बरात में गोली लगने से नवीन मांझी पुत्र वासुदेव मांझी की मौत हो गयी. इसके बाद उसके पक्ष के लोगों ने जमकर उपद्रव मचाया. बरातियों व घरातियों की पिटाई के साथ ही आठ कार-बाेलेरो, एक टेंपो व नौ मोटरसाइकिल को क्षतिग्रस्त करने के बाद आगे के हवाले कर दिया. वे आरोपित के साथ ही दुल्हन के घर में भी आग लगाने की तैयारी में थे. इस बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से किसी तरह मामले पर काबू पाया.
घटना के बाद से आरोपित युवक के साथ ही दुल्हन के परिवार के लोग भी गांव छोड़कर चले गये. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एएसपी अभियान विमलेश चंद्र झा, एसडीपीओ, पारू अंचल इंस्पेक्टर, एसएसबी पारू, थानाप्रभारी सरैया के साथ ही अन्य पुिलस पदािधकारी डटे रहे