मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल में इलाज कराने आये मरीजों को अब गर्मी में परेशानी नहीं होगा. अब मरीजों को आरामदायक सेवा उपलब्ध कराने के लिए सदर अस्पताल के सभी वार्ड को वातानूकुलित किया जायेगा. इसमें ओटी, इमरजेंसी, सर्जिकल वार्ड, महिला वार्ड, प्रसव वार्ड आदि को पूरी तरह से वातानुकूलित किया जायेगा. ओपीडी को भी अपग्रेड […]
मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल में इलाज कराने आये मरीजों को अब गर्मी में परेशानी नहीं होगा. अब मरीजों को आरामदायक सेवा उपलब्ध कराने के लिए सदर अस्पताल के सभी वार्ड को वातानूकुलित किया जायेगा. इसमें ओटी, इमरजेंसी, सर्जिकल वार्ड, महिला वार्ड, प्रसव वार्ड आदि को पूरी तरह से वातानुकूलित किया जायेगा.
ओपीडी को भी अपग्रेड किया जायेगा. इसके लिए एमएसआइसीएल (बिहार मेडिकल सर्विसेज इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी लिमिटेड) ने दिल्ली की एक कंसल्टेंट कंपनी को डिजाइन बनाने की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. मास एन वोएड नामक कंसल्टेंट कंपनी की तीन सदस्यीय आर्किटेक्ट इंजीनियरों की टीम ने सदर अस्पताल का मुआयना कर इसकी कवायद शुरू कर दी है.
इंजीनियरों की टीम ने सिविल सर्जन, उपाधीक्षक व हेल्थ मैनेजर के साथ सभी वार्डों का जायजा भी लिया है. बीएमएसआइसीएल के महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट एंड डिजाइन) संजीव रंजन के निर्देश पर कंपनीकी टीम सदर अस्पताल का जायजा लेने पहुंची थी.
दो सौ करोड़ की लागत से होगा काम
अस्पताल को पूर्ण रूप से वातानुकूलित करने में करीब दो सौ कराेड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. हालांकि डीपीआर में राशि कम या ज्यादा हो सकती है. इसके तहत सभी वार्ड की दीवारों की मरम्मत के बाद फॉल्स सीलिंग का काम होगा. दरवाजे व खिड़की के साथ अत्याधुनिक बेड भी लगाये जायेंगे. उन्होंने बताया कि अस्पताल के सभी वार्डों काे वातानुकूलित करने के लिए अभी सर्वे किया गया है. डिजाइन तैयार किया जा रहा है. एक सप्ताह में डीपीआर तैयार कर विभाग को सौंपा जायेगा. मई के अंतिम सप्ताह में काम शुरू करने की स्वीकृति मिल सकती है.