29.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

धान खरीद में दूसरे साल भी पिछड़ा तिरहुत प्रमंडल

नवीन कुमार मुजफ्फरपुर : धान खरीद में तिरहुत प्रमंडल लगातार दूसरे वर्ष भी फिसड्डी साबित हो रहा है. चालू वित्तीय वर्ष में तिरहुत प्रमंडल में लक्ष्य के विरुद्ध महज 15 प्रतिशत धान की अधिप्राप्ति हो पायी है, जबकि वित्तीय वर्ष समाप्त होने में महज पांच दिन शेष है. धान अधिप्राप्ति कम होने की वजह अधिकारी […]

नवीन कुमार
मुजफ्फरपुर : धान खरीद में तिरहुत प्रमंडल लगातार दूसरे वर्ष भी फिसड्डी साबित हो रहा है. चालू वित्तीय वर्ष में तिरहुत प्रमंडल में लक्ष्य के विरुद्ध महज 15 प्रतिशत धान की अधिप्राप्ति हो पायी है, जबकि वित्तीय वर्ष समाप्त होने में महज पांच दिन शेष है.
धान अधिप्राप्ति कम होने की वजह अधिकारी बाढ़ के कारण उत्पादन कम होना, खुले बाजार में धान का रेट अधिक होना आदि बता रहे हैं. 1590 रुपये प्रति क्विंटल ए ग्रेड व 1550 रुपये प्रति क्विंटल बी ग्रेड धान अधिप्राप्ति करनी थी.
जबकि, खुले बाजार में 1520-1550 रुपये तक धान मिल रहा था. धान अधिप्राप्ति के लिए किसानों को एलपीसी से लेकर अन्य कागजात तैयार करने के बाद ही धान को पैक्सों में जमा करना था. किसानों को पैक्स में धान जमा करने के बाद उसकी राशि उनके खाते में भेजनी थी. किसानों ने पैक्स में धान देने में अधिक पेच देख खुले बाजार में इसे बेचना अधिक मुनासिब समझा. 31 मार्च तक धान अधिप्राप्ति करनी है. जबकि, 30 जून तक एसएफसी में चावल तैयार कर देना है.
हालांकि, अधिकारी का दावा है कि वर्ष 2017-18 में कुछ और धान की अधिप्राप्ति हो सकती है. कुढ़नी के केरमा गांव निवासी किसान संतोष कुमार बताते हैं कि अधिकारी तंत्र की लापरवाही के कारण धान का उचित रेट नहीं मिल पाया है. किसान खुले बाजार में अपनी धान को बेच दिये हैं. वर्ष 2017-18 में पूर्वी चंपारण में धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य एक लाख 55 हजार एमटी था, जबकि इसके विरुद्ध 18 हजार 317 एमटी धान की अधिप्राप्ति हुई. वहीं, एसएफसी को पांच हजार 510 एमटी चावल दिया गया.
मुजफ्फरपुर में एक लाख 35 हजार एमटी लक्ष्य था, जबकि 21 हजार 546 एमटी धान अधिप्राप्ति हुई. वहीं, एसएफसी को 6708 एमटी चावल दिया गया. शिवहर में 23 हजार एमटी लक्ष्य था, जबकि 4049 एमटी धान अधिप्राप्ति हुई. एसएफसी को 783 एमटी चावल दिया गया. वैशाली में 30 हजार एमटी लक्ष्य था, जबकि 10 हजार 426 एमटी धान अधिप्राप्ति हुई.
वहीं, एसएफसी को 2295 एमटी चावल दिया गया. बेतिया में एक लाख 60 हजार एमटी लक्ष्य था. जबकि, 14 हजार 787 एमटी धान अधिप्राप्ति हुई. एसएफसी को 5 हजार 49 एमटी चावल दिया गया. वर्ष 2016-17 में मुजफ्फरपुर में 35 हजार एमटी, सीतामढ़ी में 12 हजार एमटी, शिवहर में 11 हजार एमटी, वैशाली में 18 हजार एमटी, पूर्वी चंपारण में 65 हजार एमटी, पश्चिम चंपारण में 40 हजार एमटी धान अधिप्राप्ति हुई थी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें