एसयूसीआइ नेता नरेश राम, जितेंद्र राम, सुरेश राम,शंभू राम आदि का कहना था कि 29 सितंबर को मधुकर छपरा निवासी दीपक राम का घर गांव के दबंगों ने उजाड़कर आग लगा दी थी. दीपक भूमिहीन व मकान विहीन था. इसके बाद बीमार संजीत कुमार अपने भाई दीपक राम के साथ तिरपाल के सहारे दिन गुजार रहा था. ठंड से बीमारी बढ़ जाने के कारण रविवार की सुबह उसकी मौत हो गयी.
मौत के बाद आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों ने शव के साथ प्रखंड मुख्यालय पहुंच गये. प्रखंड के मेन गेट पर शव को रखकर पीड़ित परिवार को बासगीत पर्चा,आवास, मुआवजे व घर उजाड़ने के मामले में आरोपितों के गिरफ्तारी की मांग करने लगे. प्रदर्शन की सूचना मिलने पर कांटी थाना के रवि शंकर सिंह,मो रफीक, सीओ दिलीप कुमार, साइन मुखिया राजेश पांडेय ने स्थिति लोगों को समझाकर मामला शांत कराया. स्थानीय मुखिया ने कबीर अंत्येष्टि से मृतक के परिजन को तीन हजार रुपये दिये.