4.55 लाख है महिला वोटर, लेकिन किसी राजनीतिक दल ने महिलाओं को नहीं दिया टिकट
तीन विधानसभा वाले मुंगेर जिले में मात्र तारापुर विधानसभा से दो महिलाओं ने जुटाई हिम्मतमुंगेर. विधानसभा चुनाव में महिला मतदाता भले ही किंगमेकर की भूमिका में है. लेकिन राजनीतिक दलों ने टिकट बंटवारें में महिलाओं को तवज्जो नहीं दिया. जिले के तीन विधानसभा में एकमात्र तारापुर विधानसभा है, जहां से दो महिलाओं ने हिम्मत जुटाई व निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी दंगल में कूद पड़ी हैं.
विधानसभा चुनाव में 33 प्रतिशत आरक्षण की उठती रही है मांग
महिला वोट बैंक को साधने के लिए लंबे समय से राजनीतिक दल बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं. आधी आबादी को पंचायत चुनाव से लेकर नौकरी में आरक्षण दिया गया, रोजगार के लिए लोन, उच्च शिक्षा के लिए लोन व जीविका जैसी योजनाओं को लागू किया. इस चुनाव में भी महिला वोटरों को साधने के लिए बड़े-बड़े वादे सत्ता पक्ष और विपक्ष घोषणाओं का सेतु बना दिया है. लेकिन राजनीतिक दलों ने टिकट बांटने में महिला सशक्तिकरण के मुद्दे को पुरी तरह से इगनोर किया. विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने की पुरानी मांग को सभी प्रमुख पार्टियों ने एक बार फिर दरकिनार कर दिया है, जिसके कारण यह मांग आधी अबादी की पूरी नहीं हो सकी. मुंगेर में तीन विधानसभा मुंगेर, जमालपुर व तारापुर है. तारापुर से दो महिलाओं ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. मुंगेर जिले ने महिलाओं के मान-सम्मान को बचाने का भरसक प्रयास किया है.
किंगमेकर की भूमिका में महिला वोटर
विधानसभा चुनाव में महिला वोटर किंगमेकर की भूमिका में है. जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण- 2025 की प्रक्रिया के बाद जिले में कुल मतदाता की संख्या 9,95,676 है. 4 लाख 64 हजार 709 महिला मतदाता की संख्या है. जो पुरुष मतदाता से मात्र 66 हजार 218 कम है. विधानसभा वार महिला वोटर की स्थिति देखे तो तारापुर में 3,28,800 वोटर है, जिसमें 1,52,604 महिला मतदाता की संख्या है. जबकि मुंगेर विधानसभा में कुल मतदाता की संख्या 3,38,887 जिसमें 1,59,566 महिला वोटर एवं जमालपुर में कुल मतदाता की संख्या 3,27,989 है जिसमें 1,53,113 महिला मतदाताओं की संख्या है.
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