डेढ़ महीने के अंतराल में दूसरी बार कारखाना परिसर की चाहरदिवारी शंटिंग के दौरान धराशाई
जमालपुर. रेल इंजन कारखाना जमालपुर के दक्षिणी छोर से सटे जहांगीर जगदीशपुर में शनिवार की देर संध्या अफरा-तफरी मच गयी. क्योंकि कारखाना के अंदर शंटिंग करने वाली बॉक्सएन एचएल (मालगाड़ी के डब्बे) की दो बोगी कारखाना की चाहरदिवारी को तोड़ते हुए बाहर निकल आयी थी. हालांकि इस दुर्घटना में किसी प्रकार का हताहत नहीं हुआ. लेकिन आसपास के लोग दहशत में आ गये थे. बताया जाता है कि कारखाना के अंदर बने नई रेल लाइन पर बॉक्सएन एचएल के 22 बोगियां के रैक का शंटिंग किया जा रहा था. इसी दौरान पिछला दो बोगी चाहरदीवारी को तोड़ते हुए बाहर निकल आया. घटना की सूचना पाते हैं रेल अधिकारियों में हड़कंप मच गया. इधर घटना के बाद आस-पास के क्षेत्र में दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही मुख्य कारखाना प्रबंधक विनय प्रसाद बरनवाल घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली. इधर रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी और कारखाना प्रबंधन के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गये और मामले की जांच में जुट गये. समझा जाता है कि मुख्य कारखाना प्रबंधक ने मामले की जांच का आदेश दे दिया है. देर संध्या तक बोगी को पटरी पर नहीं लाया जा सका था.विगत 23 जनवरी को भी रेल इंजन कारखाना के अंदर शंटिंग के दौरान कारखाना की चार दिवारी को मालगाड़ी के डब्बे ने ध्वस्त कर दिया था. उस समय 73422 डाउन किऊल जमालपुर डेमू ट्रेन वहां से क्रॉस करने वाली थी. जो बाल बाल दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई थी. जमालपुर-किऊल रेल खंड के अप लाइन पर चारदीवारी का लगभग 20 मीटर का हिस्सा गिर गया था. जिसके कारण इस रेल खंड पर दो घंटे से अधिक समय के लिए ट्रेन परिचालन पूरी तरह बंद हो गया था. उस दिन एक बड़ा हादसा टला था. परंतु इस घटना की जांच अभी पूरी भी नहीं हो पायी थी कि शनिवार की संध्या एक बार फिर इसी प्रकार की घटना ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. घटना के बाद रेलवे सुरक्षा बल के अस्सिटेंट सिक्योरिटी कमांडेंट हीरा सिंह की अगुवाई में रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों के साथ कारखाना के वरीय अधिकारी घटनास्थल से चार दिवारी तोड़कर बाहर निकलने वाले दोनों बगियां को पटरी पर लाने के प्रयास में जुटे हुए हैं.
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