बरियारपुर. बाढ़ का विकराल रूप अब लोगों की जान पर बन आया है. रविवार की देर शाम प्रखंड के सीतारामपुर नाजिरा में 15 वर्षीया किशोरी और पड़िया गांव में 30 वर्षीय युवक की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गयी. मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों में प्रशासन के प्रति गहरा रोष है. नाजिरा गांव निवासी मन्नू सिंह की 15 वर्षीया पुत्री सोनम कुमारी अपनी जुगाड़ से प्रखंड के सीतारामपुर नाजिरा के हनुमान मंदिर के पास ऊंचे स्थान पर शरण लेने जा रही थी. इस दौरान वह गहरे पानी में चली गयी. डूबने से उसकी मौत हो गयी. बरियारपुर रेलवे स्टेशन के पास पड़िया गांव में वकील मंडल का 30 वर्षीय पुत्र मुकेश कुमार घर के पास बाढ़ के पानी में डूब गया, जिससे उसकी मौत हो गयी. बताया जाता है कि मृतक बीते शनिवार की देर शाम से लापता था. उसकी तलाश की जा रही थी. सोमवार की दोपहर उसका शव घर के समीप बरामद हुआ. मृतक पांच भाइयों में सबसे बड़ा था. इन दो घटनाओं के बाद परिजनों में कोहराम मच गया और वे बदहवास हो गए. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मुंगेर भेज दिया. इधर परिजनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर प्रशासनिक स्तर पर नाव की व्यवस्था की गई होती तो दो जानें नहीं जाती. अब बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है, फिर भी प्रशासनिक व्यवस्था नदारद है.
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