मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय शिक्षक-शिक्षकेतर संघ समन्वय समिति के बैनर तले बुधवार को एमयू के शिक्षक व कर्मियों ने अपने पांच माह के बकाये वेतन सहित अन्य मांगों को लेकर विश्वविद्यालय मुख्यालय में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इसकी अध्यक्षता समिति के संयोजक प्रो. देवराज सुमन ने की. उन्होंने कहा कि उनकी प्रमुख मांगों में सरकार से पांच माह से लंबित वेतन की राशि तत्काल निर्गत किये जाने, प्राध्यापकों और कर्मियों को प्रतिमाह वेतन का भुगतान शिक्षा विभाग सुनिश्चित करें, आयोग द्वारा चयनित नवनियुक्त प्राध्यापकों के वेतन की राशि शिक्षा विभाग का समय निर्गत करें, विश्वविद्यालय शिक्षा विभाग के पत्रांक- 5173 दिनांक 31.12.2024 के आलोक में नवनियुक्त प्राध्यापकों के वेतन का भुगतान तीन कार्य दिवस में किये जाने, नियमित वेतन भुगतान को लेकर विश्वविद्यालय और सरकार के बीच सकारात्मक सामंजस्य हो, ताकि वेतन भुगतान में अनावश्यक विलंब नहीं हो तथा प्रोन्नति प्राप्त शिक्षकेतर कर्मियों का पदस्थापन एवं वेतन निर्धारण तत्काल किया जाना है. उन्होंने कहा कि नवंबर माह से शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मियों को वेतन नहीं मिला है. राज्य सरकार शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार करती है. सरकार का रवैया इतना नकारात्मक है कि शिक्षा विभाग नए प्रोफेसर्स की नियुक्ति करती है और 14 महीने तक वेतन देना भूल जाती है. शिक्षकेतर कर्मियों के प्रोन्नति के बाद अबतक उनका वेतन निर्धारित नहीं किया गया है. सरकार यदि तीन कार्य दिवस में सभी शिक्षकों और कर्मियों का वेतन जारी नहीं करती है तो शिक्षक व कर्मी सड़क से सदन तक संघर्ष करेंगे. मौके पर डॉ. कुंडल कुमार, डॉ. अलाउद्दीन, डॉ. बीके ब्रजेश, डॉ. मनोज दास, डॉ. बीरेंद्र, डॉ. विद्या प्रकाश, डॉ. अनवर इकबाल, डॉ. कुंदन लाल, डॉ. अभय कुमार, डॉ. प्रणव, डॉ. श्याम कुमार, डॉ. चंदन कुमार, डॉ. रामरेखा कुमार, डॉ. अजय प्रकाश आदि मौजूद थे.
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