मुंगेर. किला परिसर स्थित राजारानी तालाब के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण पर विभिन्न मदों से करोड़ों खर्च कर दिये गये. इसके रखरखाव की जिम्मेदारी नगर निगम को दी गयी, लेकिन समय के साथ इसके रखरखाव के प्रति निगम प्रशासन उदासीन हो गया. इसके कारण इस तालाब के पानी में गंदगी फैल गयी है. यहां घूमने आनेवाले लोगों ने भी निगम प्रशासन से तालाब की सफाई कराने की मांग की है. बताया जाता है कि राजारानी तालाब के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण पर विभिन्न योजनाओं से लगभग सात करोड़ रुपये खर्च किये गये. यहां पर्यटकों के लिए कई सुविधाएं जोड़ी गयी हैं, जैसे कि 3D पेंटिंग, नौका विहार, वॉकिंग ट्रैक और फव्वारे लगाये गये. यहां बैठने की व्यवस्था की गयी. तिरंगा लाइट लगायीग गयी, ताकि पर्यटकों को यह अपनी ओर आकर्षित कर सके. इसका उद्घाटन 05 फरवरी, 2025 को प्रगति यात्रा पर मुंगेर पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने किया था. निगम प्रशासन ने यहां घूमने वालों के लिए टिकट की व्यवस्था की, जिससे निगम को राजस्व की प्राप्ति हो रही है. पर, निगम प्रशासन तालाब की सफाई पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. तालाब में उगे खर-पतवार सड़ रहे हैं. इसके नजदीक आने पर उससे बदबू उठ रही है, जबकि तालाब में प्लास्टिक, बोतल व पॉलीथिन पड़ा हुआ है. गंदगी के कारण तालाब की सूरत बदसूरत हो गयी है. इसके कारण यहां आनेवाले लोग परेशानी महसूस कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

