जमालपुर. जमालपुर में रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए अपराधियों ने सोमवार को तड़के ड्यूटी कर रहे रेलवे के शंटमैन के साथ छिनतई की घटना को अंजाम दिया. अपराधियों ने विरोध करने पर उसे चाकू मारकर बुरी तरह घायल कर दिया. घायल शंटमैन दीपक कुमार कासिम बाजार थाना क्षेत्र के महद्दीपुर का निवासी है, जिसे उसके सहकर्मियों ने पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल जमालपुर में भर्ती कराया है. सोमवार की सुबह लगभग 3:20 बजे मार्शलिंग यार्ड में यार्ड मास्टर पंकज कुमार के नेतृत्व में तीन रेल कर्मचारी ड्यूटी कर रहे थे. इनमें शंटिंग मास्टर अनिल कुमार दास, प्वाइंट मैन आशीष कुमार मंडल और शंटमैन दीपक कुमार शामिल थे. इस बीच यार्ड के लाइन संख्या दो पर शटिंग मास्टर और प्वाइंट मैन मालगाड़ी के इंजन पर सवार थे, जबकि शंटमैन दीपक कुमार मालगाड़ी के सबसे पीछे के हिस्से में था. उसे अकेला पाकर चार-पांच की संख्या में बदमाशों ने घेर लिया और उसके साथ छिनतई करने लगे. अधिक संख्या में बदमाशों को देखकर दीपक ने अपने पॉकेट के रुपये बदमाशों को दे दिये, लेकिन अपराधियों ने उसका आईफोन छीनने का प्रयास किया, तो दीपक ने इसका विरोध कर दिया. इसके बाद अपराधियों ने दीपक पर चाकू से हमला कर दिया. हालांकि अपराधी दीपक से उसका मोबाइल नहीं छीन पाये और वहां से फरार हो गये. इसके बाद फोन से ही दीपक ने इसकी सूचना अपने सहकर्मियों को दी. सूचना पर पहुंचे उसके सहकर्मियों ने उसे पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल जमालपुर लाया.
वीरान पड़ा रहता है जमालपुर का यार्ड क्षेत्र
जमालपुर का मार्शलिंग यार्ड क्षेत्र वीरान पड़ा रहता है. यहां न तो सुरक्षा की कोई व्यवस्था है और न ही रोशनी की. इतना ही नहीं यार्ड तक जाने के लिए सुलभ रूप से प्लेटफॉर्म भी नहीं है. दिन में भी यार्ड में असामाजिक तत्व रहते हैं. इसके बावजूद रेलवे की सुरक्षा एजेंसी इसे लेकर पूरी तरह लापरवाह बनी है. हद तो यह है कि यहां सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा तक नहीं है, जबकि रेलवे द्वारा रेल क्षेत्र को अपग्रेड करने का दावा किया जा रहा है.प्रत्येक दिन 24 घंटे रेल कर्मी यार्ड में रहते हैं तैनात
यार्ड कर्मियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि यार्ड में सातों दिन 24 घंटे अलग-अलग शिफ्ट में रेल कर्मियों की तैनाती की जाती है. पहली शिफ्ट सुबह 6:00 बजे से अपराह्न 14:00, दूसरी शिफ्ट अपराह्न 14:00 से रात्रि 22:00 बजे और रात्रि कालीन शिफ्ट 22:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक की होती है. प्रत्येक शिफ्ट में एक शंटिंग मास्टर के साथ तीन अन्य रेलकर्मी की ड्यूटी लगती है, परंतु उनकी जान-माल की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल के एकमात्र जवान की ड्यूटी लगायी जाती है. ऐसे में ट्रेन की दूसरे तरफ काम करनेवाले रेलकर्मी असुरक्षित महसूस करते हैं. उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र चारों तरफ से खुला क्षेत्र है, जहां दिन में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है.कहते हैं रेल एसपी
रेल एसपी रमन चौधरी ने बताया कि मामले को लेकर रेल थाना जमालपुर में प्राथमिक की दर्ज की गयी है. रेल पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. निर्देश दिया गया है कि रेल पुलिस के जवान नियमित रूप से यार्ड तक की गश्ती करेंगे. उन्होंने कहा कि यार्ड में सीसीटीवी कैमरा लगाने को भी कहा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

