आजाद चौक पर बनी पीसीसी सड़क की गुणवत्ता पर उठ रहा सवाल, ढलाई के बाद न दिया पुआल, न पानी
मुंगेर. मुंगेर शहर में नगर निगम एवं बुडको के माध्यम से हो रहे निर्माण कार्य में भारी अनियमितता बरती जा रही है. गुणवत्ता तार-तार हो रही है और संवेदक से लेकर निर्माण एजेंसी तक मालामाल हो रहे हैं. एक ओर जहां महज 6 माह पूर्व 41.71 लाख की लागत से मुख्य बाजार के फुटपाथ पर लगाया गया पेवर ब्लॉक पहली ही बारिश में जगह-जगह धंस गया और फुटपाथ बदसूरत नजर आने लगा हैं. वहीं दूसरी ओर निर्माण एजेंसी बुडको के तहत शहर के आजाद चौक से लेकर बिहार नेशनल स्टोर तक जो पीसीसी सड़क बनाया गया है. उसमें भारी अनियमितता बरती गयी है. बदहाली का आलम यह है कि नगर आयुक्त के स्थल निरीक्षण व गुणवत्तापूर्ण कार्य के निर्देश के बावजूद न तो प्राक्कलन के अनुरूप पीसीसी सड़क बनायी गयी है और न ही ढलाई के बाद उसपर पानी की व्यवस्था की गयी है.शहरवासियों के लिए बना परेशानी का कारण
मुंगेर शहर के एक नंबर ट्रैफिक पटेल चौक से लेकर मुर्गियाचक मुख्य मार्ग सड़क के दोनों ओर निगम प्रशासन ने फुटपाथ को तोड़कर पेवर ब्लॉक लगाया है. दिसंबर 2024 में 41.71 लाख की लागत से पेवर ब्लॉक लगाने का कार्य किया गया. यूं तो उस समय भी इस कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किये गये थे, लेकिन आनन-फानन में कार्य को संपन्न कराकर राशि की निकासी करा ली गयी, किंतु जब इस मौसम की पहली बारिश हुई तो फुटपाथ पर बिछाये गये पेवर ब्लॉक जगह-जगह धंस गया है और ढ़ेड़े-मेढ़े हो गये, कारण कार्य की गुणवत्ता में भारी गड़बड़ी की गयी थी. पेवर ब्लॉक बिछाने से पहले जमीन को ठोस नहीं किया गया और जैसे-तैसे उसे लगा दिया गया, जो अब शहरवासियों के लिए परेशानी का कारण बन गया है.बुडको की सड़क निर्माण में मानक का पालन नहीं
मुंगेर शहर के मध्य बाजार क्षेत्र में आजाद चौक से लेकर बिहार नेशनल स्टोर तक कार्य एजेंसी बुडको द्वारा पीसीसी सड़क का निर्माण कराया गया, जिसमें भारी अनियमितता बरती गयी है. संवेदक ने जब इस सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ किया था तो निम्न क्वॉलिटी का ईंट नीचे बिछा दिया गया था. स्थानीय लोगों के साथ ही मुंगेर चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने इसका विरोध किया था और मामला मुंगेर के नवपदस्थापित आइएएस नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित तक पहुंचा. उन्होंने खुद स्थल का निरीक्षण किया और पाया कि संवेदक द्वारा जो ईंट बिछायी गयी है, वह घटिया क्वॉलिटी का है. उन्होंने तत्काल ईंट को हटाने का निर्देश दिया और कार्य की गुणवत्ता को बेहतर ढंग से करने को कहा. संवेदक ने ईंट तो हटा लिया, लेकिन रातों-रात ऐसी सड़क का निर्माण किया, जिसकी गुणवत्ता पर सवाल उठाया जा रहा है. सड़क निर्माण में निर्धारित मापदंड का पालन नहीं किया गया है और नियमानुकूल ढलाई भी नहीं की गयी है. बदहाली यह है कि संवेदक व निर्माण एजेंसी ने इस पीसीसी सड़क को ठोस करने के लिए न तो उसपर पानी की व्यवस्था की और न ही धूप से बचाव के उपाय किये गये हैं. अलबत्ता रात में जिस सड़क की ढलाई की गयी, सुबह से उसपर वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गयी है. जाहिर है कि उसकी मजबूती पर सवाल उठ रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है