मुंगेर/टेटियाबंबर
टेटियाबंबर प्रखंड क्षेत्र के सात पंचायतों में 40 से अधिक योजनाएं संचालित हो रही है, लेकिन इन योजनाओं में मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों को तीन माह से मजदूरी नहीं मिल पायी है. जिसके कारण इन मजदूरों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई हैं. वही मनरेगा की विभिन्न योजनाओं का निर्माण अधर में लटक गया है.
मजदूरों को तीन माह से मजदूरी की राशि नही मिलने के कारण योजना के कार्य से अब मोह भी भंग हो गया है. बता दें कि मनरेगा योजना में लगे मजदूरों को जो मजदूरी की राशि दी जाती है. उनमें केन्द्रांश की ओर से 245 रुपये और राज्यांश की ओर से 27 रुपये शामिल है. तीन माह से राशि नहीं आने के कारण मजदूरों का मजदूरी नहीं मिल पा रहा है. प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को रोजगार देने के लिए चल रही मनरेगा का यह हाल खुद मजदूरों के लिये मुसीबत बन गया है. हलांकि मनरेगा अधिनियम के तहत 15 दिन में भुगतान करने का नियम है, लेकिन प्रखंड में योजना का हाल बदहाल है. जबकि मजदूरों के पलायन से योजना में ठेकेदारी को बढ़ावा मिल रहा है. मनरेगा में अब ठेकेदार पूंजी लगाकर मजदूरों से कार्य करा रहे हैं.
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