Bihar Flood News: मुंगेर में बाढ़ ने भयावह रूप धारण कर लिया है. एक ओर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 35 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है वहीं शहरी क्षेत्र व गंगा के तटवर्ती क्षेत्र के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी में डूब गया है. प्रसिद्ध शक्तिपीठ चंडिका स्थान में देर रात ही बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने के कारण मंदिर का पट बंद कर दिया गया है और श्रद्धालुओं के लिए पूजा पाठ भी बंद है. बड़ी संख्या में लोग ऊंचे स्थान पर शरण लिए हैं और प्रशासनिक स्तर पर राहत व बचाव कार्य किये जा रहे हैं.
आधे दर्जन पंचायत इसके चपेट में
मुंगेर जिले में बाढ़ का कहर अब लोगों को परेशान करने लगा है डेंजर लेवल से ऊपर जलस्तर जाने के बाद जहां एक ओर मुंगेर सदर प्रखंड के कुतलूपुर, जन्मडिग्री, जाफरनगर, टीकारामपुर सहित अन्य क्षेत्रों में पानी भर गया है.
बरियारपुर प्रखंड के आधे दर्जन पंचायत भी इसके चपेट में है. कुतलूपुर एवं जफर नगर के अधिकांश लोग मुंगेर शहर के बबुआ घाट में आश्रय बनाया है. इधर शक्तिपीठ चंडिका स्थान में पानी भर जाने के कारण मंदिर का पट बंद कर दिया गया है.
कई गांव का सड़क संपर्क भंग
बाढ़ के पानी के कारण कई गांव का सड़क संपर्क भंग हो गया है प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ पीड़ितों के लिए आश्रय स्थल बनाया गया है जिसमें तीन स्थानों पर अब तक पीड़ित पहुंचे हैं. मुंगेर शहर के लाल दरवाजा, हेरु दियारा, नया टोला चंदनबाग, शिवनगर सहित आधे दर्जन मोहल्ले में बाढ़ का पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर गया है. इस कारण आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
बिहार की ताजा खबरों के लिए क्लिक करें
इसे भी पढ़ें: जून 2026 तक पूरा हो जायेगा मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन, मुंगेर, खगड़िया और भागलपुर को मिलेगी शानदार कनेक्टिविटी

