हवेली खड़गपुर. पूर्वजों की जमीन पर खेती कर रहे उनके वंशजों को सरकार फसल क्षति मुआवजा देने से इनकार कर रही है. जिसके विरोध में रविवार को प्रखंड के अग्रहण पंचायत के किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि जब पूर्वजों के नाम पर जमीन है तो उसका लगान क्यों वसूलती है, उसे भी नहीं वसूले. प्रदर्शन कर रहे किसान राजकिशोर सिंह, पवन सिंह, छोटू सिंह, चंदन सिंह चौहान ने कहा कि अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की जमीन उनके पूर्वजों के नाम से है. जिसके परिवर्तन के लिए सरकार की ओर से राजस्व महाअभियान चलाया गया. लेकिन सरकार की यह नीति आम जनता की आकांक्षाओं के विपरीत है. जिसमें उन्हें फसल क्षति या सरकार की ओर से प्रदत्त सुविधाओं के लाभ से वंचित होना पड़ेगा. राजस्व महाअभियान में नाम नहीं जुटने की स्थिति में किसान परेशान हैं. किसान अपने खेत के कागजात को लेकर घूमते रह जाएंगे और उसे किसी प्रकार का लाभ नहीं मिलेगा, जबकि राजस्व इकाई से लेकर उच्च पदाधिकारी तक को जानकारी है कि अधिकांश जमीन बाप-दादा के नाम से है. ऐसे में बैंकों के ऋण जो उनके पूर्वज या बाप-दादा ने लिया था और उनका ऋण बकाया था. उसे वसूलने का दबाव बैंक और सरकार देती है. ऐसे में इसका हक सरकार और बैंकों को नहीं होना चाहिए. किसानों ने बताया कि बाढ़ के दौरान प्रभावित क्षेत्रों के किसानों को एक भी दाना अनाज नहीं आता है. ऐसे में अधिकांश किसान फसल मुआवजा से वंचित रह जायेंगे, जो सरासर गलत है. मौके पर राजकिशोर सिंह, पवन सिंह, छोटू सिंह, चंदन सिंह चौहान, छोटन सिंह, विजय यादव, झारी यादव, मुकेश सिंह, रंजन सिंह, अमलेश सिंह, रंजीत रजक, रविंद्र यादव, सिंटू सिंह सहित किसान मौजूद थे.
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