संग्रामपुर. ददरीजाला पंचायत के सरकटिया गांव के वार्ड संख्या 9 में पिछले 24 घंटे के दौरान लगभग 40 लोग डायरिया से पीड़ित हो गये हैं. एक साथ इतने अधिक लोगों के बीमार पड़ने पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. सोमवार की देर रात से ही लोगों को उल्टी-दस्त होने लगी. मंगलवार की सुबह तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संग्रामपुर पूरी तरह डायरिया रोगियों से पट गया. जिसमें चार रोगियों को बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर किया गया है. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप कर लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रही है.
चार डायरिया मरीज भागलपुर रेफर, स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट
जानकारी के अनुसार सरकटिया गांव पूरी तरह डायरिया की चपेट में आ गया है. जहां 40 से अधिक लोग डायरिया से ग्रसित हैं. जिसमें 25 का इलाज सीएचसी में चल रहा है. जबकि कई लोग निजी क्लिनिकों और घरों पर ग्रामीण चिकित्सकों के माध्यम से इलाज करा रहे हैं. जबकि गंभीर रूप से बीमार चार मरीजों को भागलपुर रेफर कर दिया गया है. ग्रामीण चिकित्सक मनोज कुमार ने बताया कि पिछले 24 घंटे में करीब 40 मरीजों का उपचार किया गया है. जिनमें से कई को बेहतर इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया. जबकि मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की एक टीम सरकटिया गांव पहुंचकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की. सीएचओ किरण कुमारी शर्मा और आशा कार्यकर्ता रेनू देवी घर-घर जाकर ओआरएस व दवाइयों का वितरण की. टीम के अनुसार वार्ड 9 के लगभग हर घर में डायरिया के लक्षण वाले मरीज मिले हैं.
नल-जल योजना का दूषित पानी बना बीमारी का कारण
स्थानीय ग्रामीणों ने नल-जल योजना की टंकी से सप्लाई हो रहे दूषित पानी को बीमारी फैलने का कारण बताया है. ग्रामीण मनोज कुमार, मणिकांत सिंह, मिथिलेश कुमार, पंकज कुमार, बाली सिंह और अभय यादव ने आरोप लगाया कि जब से टंकी लगी है, इसकी सफाई नहीं हुई है. टंकी का ढक्कन अक्सर खुला रहता है, जिससे गंदगी और मृत जीव अंदर गिर जाते हैं. जिसके पानी के सेवन से लोग डायरिया से ग्रसित हुए हैं. अभय यादव ने बताया कि पानी के सेवन से मेरा चार वर्षीय नाती दिव्यांशु कुमार भी बीमार है और अस्पताल में भर्ती है. कुंदन कुमार ने कहा कि तीन दिन पहले टंकी से एक मरा हुआ पक्षी निकाला गया था. तब जाकर पीएचईडी टीम ने आकर टंकी का ढक्कन बंद किया और पानी की सप्लाई रोक दी गई है. ग्रामीणों ने टंकी की सफाई और रखरखाव में लापरवाही का आरोप लगाया।
गंभीर मरीज भागलपुर रेफर
गंभीर स्थिति को देखते हुए मीरा देवी (30 वर्ष), सारथी कुमारी (21 वर्ष), बिट्टू कुमार (13 वर्ष) और सूरज कुमार (18 वर्ष) को बेहतर इलाज के लिए मायागंज अस्पताल, भागलपुर रेफर किया गया है. इसी प्रकार गांव में बॉबी कुमार, सोनी कुमारी, समरजीत कुमार, शिव कुमार, जीवन कुमार, भारती देवी, कांता देवी, प्रीतम कुमार, फुचा कुमारी समेत कई लोग इलाजरत हैं.
कहते हैं कनीय अभियंता
पीएचईडी के कनीय अभियंता दिनेश यादव ने बताया कि प्रभावित टंकी से पानी की सप्लाई बंद कर दी गई है. पानी के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है. जांच में दूषित पाए जाने पर टंकी की सफाई कर दोबारा फिल्टर्ड पानी की सप्लाई शुरू की जाएगी.
कहते हैं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ एसएस. राय ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा पांच सदस्यीय टीम को गठित किया गया है जो मरीजों पर नजर रख रही है और डायरिया फैलने के कारण की जांच कर रही है. गांव में चिकित्सा दल लगातार सक्रिय है और आवश्यक दवाइयां वितरित की जा रही है.
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