सफाई में एजेंसी कर रही भेदभाव
मुंगेर. मुंगेर शहर में सफाई एजेंसी सफाई कार्य एवं कचरा उठाव में भेदभाव कर रही है. बाजार क्षेत्र की सड़कों पर सफाई और कूड़ों का उठाव तो कर रही है, लेकिन आवासीय मोहल्लों में सफाई व कूड़ों का उठाव चार-पांच दिनों तक नहीं किया जाता है, जिसके कारण मोहल्लों में रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.निगम प्रशासन में पैठ होने के कारण सफाई पर ध्यान नहीं दे रही एजेंसी
नगर निगम सफाई मद में प्रतिमाह एक करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर रही है और इसका एक बड़ा हिस्सा सफाई एजेंसी को दिया जाता है, लेकिन सफाई एजेंसी की निगम प्रशासन में गहरी पैठ होने के कारण वह सफाई पर ध्यान नहीं दे रही है. मुख्य बाजार और किला क्षेत्र में सफाई कार्य कर एजेंसी खुद के दायित्व का निर्वहन कर रही है, लेकिन बाजार से बाहर के वार्डों के मोहल्लों में कई दिनों तक न तो कूड़ों का उठाव होता है और न ही डोर टू डोर कूड़े का उठाव होता है. शहर के मनियाचौराहा, मकससपुर तेल गोदाम, वासुदेवपुर मोड़, पुरानीगंंज, लालदरवाजा, शाहजुबेर रोड में नियमित कूड़े का उठाव नहीं होता है.चार दिनों से बंद है डोर टू डोर कचरा उठाव
पिछले दिनों तक सफाईकर्मी ने खुद को काम से अलग रखा था, जिसके कारण डोर टू डोर कचरा उठाव भी बंद हो गया. जिसके कारण घरों में कचरा जमा हो गया, लेकिन काम पर वापस आने के बाद भी आवासीय मोहल्लों में डोर टू डोर कूड़ा संग्रह करने सफाईकर्मी नहीं पहुंचे. वार्ड नंबर 42 के महद्दीपुर निवासी विजय शंकर ने बताया कि पिछले चार दिनों से मुहल्ले में डोर टू डोर कचरा लेने सफाईकर्मी नहीं आया, जिसके कारण घर में कचरा जमा हो जाने के कारण आवासीय मोहल्ले के लोग सड़कों पर इधर-उधर कूड़ा फेंक दे रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

