छठ पर्व को लेकर हवेली खड़गपुर थाना में शांति समिति की बैठक हवेली खड़गपुर लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर बुधवार को खड़गपुर थाना परिसर में एडिशनल एसएचओ शिवम स्वराज की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक हुई. बैठक में छठ पर्व को शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने को लेकर विचार विमर्श किया गया. बताया गया कि पर्व के दौरान किसी भी प्रकार की अफवाह या अराजक गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी और गड़बड़ी करने वाले असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. एसएचओ ने कहा कि नगर क्षेत्र के सभी छठ घाटों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल की विशेष प्रतिनियुक्ति की जाएगी. उन्होंने विभिन्न मोहल्लों और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित होने वाले भगवान भास्कर की प्रतिमाओं की जानकारी ली और साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था तथा सुरक्षा से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की. एसआई संजीव कुमार ने स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि सभी लोग महापर्व को शांति और भाईचारे के साथ मनाएं. वहीं नागरिकों ने भी अपनी बात रखते हुए बताया कि विभिन्न छठ घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था सदृढ़ किया जाए और प्रसिद्ध सूर्य मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रण के लिए पुलिस बलों की विशेष रूप से प्रतिनियुक्ति की जाए. मौके पर एसआई संजीव कुमार, चंदन कुमार, बंटी कुमारी, योगेश्वर गोस्वामी, शंभू केशरी, गजनफर अली खान, रजनीश झा, शिवशंकर चौधरी, डॉ. अशोक कुमार सिंह, निरंजन मिश्रा, राजकिशोर केशरी, गोरेलाल मंडल, संजय ठाकुर, मो. अनवर सहित अन्य मौजूद थे. ————————————————- बॉक्स ————————————————– महापर्व छठ में तीन दिन शेष, छठ घाटों की प्रारंभ नहीं हुई सफाई असरगंज : लोक आस्था का महापर्व छठ आगामी 25 अक्टूबर शनिवार को नहाय खाय के साथ प्रारंभ हो जायेगा. लेकिन अबतक प्रखंड के अधिकांश छठ घाटों की सफाई का कार्य प्रशासनिक स्तर पर शुरू नहीं किया गया है. मकवा पंचायत के रजौन बाध, चौरगांव पंचायत के ममई गांव के समीप पुरकी पोखर में चारों ओर जलकुंभी फैला हुआ है. जहां अबतक सफाई की कोई पहल नहीं की गई. ग्रामीण सोने लाल यादव ने बताया कि जलकुंभी इतना भयावह है कि इसे साफ करने के लिए संसाधन की जरूरत है. मालूम हो कि इस पोखर पर ममई एवं अद्रास गांव के सैकड़ों श्रद्धालु छठ करने पहुंचते हैं. जबकि रजौन बांध में धुरिया विक्रमपुर के भी लोग आते हैं. इस संबंध में बीपीआरओ अमित कुमार ने बताया कि पंचायत स्तर पर कार्यरत स्वच्छता कर्मियों द्वारा छठ घाट की सफाई की जाती है. जलकुंभी से भरे पोखर की सफाई के लिए नाव एवं तैराक की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि छठ घाट की सफाई के लिए अतिरिक्त राशि खर्च करने का प्रावधान नहीं है. संबंधित पंचायत के मुखिया के सहयोग छठ घाटों की सफाई कराई जायेगी. ————————————————— बॉक्स —————————————————- ग्रामीण क्षेत्रों के छठ घाटों की अबतक शुरू नहीं हुई सफाई टेटियाबंबर : प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में छठ घाटों की प्रशासनिक स्तर पर सफाई कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है. छठ घाटों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. खासकर तालाब व नदी किनारे घाटों पर अब भी कचरा जमा है. हालांकि श्रद्धालु छठ घाट की साफ-सफाई की योजना बनाने में लगे हुए हैं. लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई पहल नहीं की जा रही है. अब महापर्व छठ में तीन दिन शेष है तो लोग स्वयं आपसी सहयोग से सफाई एवं लाइटिंग करने की बात कह रहे हैं. प्रखंड के बनगामा, कसौली, तिलकारी, लोहरा, तुलसीपुर, जगतपुरा महाने नदी, टायटिया घाट महानदी के छठ घाट पर तो लोग आपसी सहयोग से किसी तरह साफ-सफाई व सजावट करने में जुट गये हैं. हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि शहरी क्षेत्र में छठ घाटों की साफ-सफाई प्रशासनिक स्तर पर की जाती है. उसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में भी छठ घाटों की सफाई की व्यवस्था कराई जाय. ताकि छठ जैसे महापर्व में छठव्रतियों के साथ ही श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े.
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