Bihar News: मुंगेर. जमालपुर-किऊल रेलखंड पर रविवार को छह घंटे का मेगा ब्लॉक लिया गया, जिसमें जमालपुर स्टेशन के दोनों दिशाओं में स्थित जुबली बेल ओवर ब्रिज और छोटी पुल को ध्वस्त कर दिया गया. इसके साथ ही मसूदन और अभयपुर के बीच स्थित लेवल क्रॉसिंग गेट संख्या 23 तथा कजरा और उरैन के बीच स्थित लेवल क्रॉसिंग गेट संख्या 31 का निर्धारण काम पूरा कर लिया गया. इस दौरान छह घंटे तक रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद रहा, जिससे यात्री परेशान रहे.
सुबह 9:05 बजे से अपराह्न 15:03 बजे तक लिया गया ब्लॉक
पूर्व घोषणा के अनुसार प्रातः 7:30 बजे से अपराह्न 1:30 बजे तक मेगा ब्लॉक लिया जाना था, परंतु परिस्थिति को देखते हुए ब्लॉक सुबह 9:05 बजे से 13:03 बजे तक लिया गया. इस दौरान जुबली बेल स्थित रेलवे ब्रिज संख्या 115 के दोनों दिशाओं में 300 टन क्षमता वाले बड़े-बड़े दो क्रेन लगाए गए थे. जबकि छोटी पुल के निकट भी दो छोटे-छोटे क्रेन को लगाया गये थे. सबसे पहले दोनों ब्रिज के मुख्य गार्डर को गैस कटर से काटा गया तथा सावधानी के लिए क्रेन का भी इस्तेमाल किया गया. इस क्रम में सबसे पहले छोटी पुल का गार्डर को काटकर नीचे उतर गया.
दोनों ब्रिज पर अलग-अलग रेल
दोनों ब्रिज पर अलग-अलग रेल के वरीय अधिकारी डटे रहे. सबसे पहले छोटी पुल का गार्डर उतारे जाने का काम पूरा किया गया. पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार जुबली बेल पुल के गार्डर को दो चरणों में लिए जाने वाले ब्लॉक के दौरान उतर जाना था. जिसमें एक तरफ के गार्डर को उतारने के लिए 7:30 से 1:30 तक और दूसरे तरफ के गार्डर को उतारने के लिए 1:30 बजे से संध्या 19:30 तक ब्लॉक लिया जाना था, लेकिन एक ही ब्लॉक अवधि में दोनों तरफ के गार्डर को उतार लिया गया.
ब्रिज डेमोलिशन कार्य का मोनेटरिंग करते रहे रेल अधिकारी
ब्रिज डेमोलिशन कार्य का नेतृत्व मुख्यालय मालदा से जमालपुर पहुंचे रेलवे के वरीय अधिकारियों ने किया. चीफ कंस्ट्रक्शन इंजीनियर अनिल कुमार, डिप्टी चीफ कंस्ट्रक्शन इंजीनियर हेमंत कुमार, सीनियर डिवीजनल सेफ्टी ऑफिसर बीबीपी कुशवाहा, डिविजनल ऑपरेटिंग मैनेजर सचिन कुमार, गति शक्ति के इंजीनियर राजेश नागराले थे. अधिकारियों की उपस्थिति में तीव्र गति से डेमोलिशन कार्य को पूरा गया. दोनों ब्रिज से उतारे गए गार्डर को समुचित स्थान तक पहुंचाया गया. इस दौरान छोटी पुल के केवल उस हिस्से का ही डेमोलिशन किया गया, जो रेलवे स्टेशन के ऊपर से गुजरा था.
जबकि रेल कारखाना परिसर से गुजरने वाले हिस्से को उसी स्थिति में छोड़ दिया गया है. बताया गया कि इस हिस्से को डेमोलिश करने के लिए ब्लॉक लेने की आवश्यकता नहीं है. ब्लॉक के दौरान ओवरहेड इलेक्शन वायर से विद्युत की आपूर्ति बंद कर दी गयी थी. इसके लिए एक फोर व्हीलर टावर कार तथा दो एट व्हीलर टावर कर का उपयोग किया गया. इस बीच रेल यात्री सेल्फी लेने या डेमोलिशन कार्य को अपने मोबाइल के कैमरे में कैद करते रहे.
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