बताया जाता है कि अपराधियों के मोबाइल के टावर को पुलिस द्वारा लगातार लोकेट किया जा रहा था. पुलिस को जब यह पुख्ता हो गया कि अपराधी इंद्रजीत एवं प्रभात आरा जिले के नवादा थाना क्षेत्र के एक गांव में रह रहा है तो एसपी द्वारा गठित पुलिस टास्क फोर्स के मुफस्सिल थाना के इंस्पेक्टर रघुवंश प्रसाद सिंह, थानाध्यक्ष अभिनव दूबे, सफियाबाद ओपी इंचार्ज विश्वबंधु, एसआइ प्रियरंजन ने छापेमारी की.
जहां से गौतम हत्याकांड में शामिल इंद्रजीत यादव एवं प्रभात मंडल को गिरफ्तार कर लिया गया. जबकि मुख्य अभियुक्त भोपट यादव व एक अन्य अपराधी भागने में सफल रहा. पुलिस अधीक्षक वरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि इंद्रजीत यादव एवं प्रभात मंडल पूर्व से भी कई आपराधिक मामलों में संलिप्त रहा है और जेल भी जा चुका है. उन्होंने बताया कि प्रभात मंडल ने मुखिया सुरेंद्र यादव उर्फ नरेंद्र यादव को गोली मारी थी. उन्होंने बताया कि भोपट यादव को शीघ्र ही पुलिस गिरफ्तार करेगी. विदित हो कि पिछले 14 मई को अपराधियों ने गौतम यादव का अपहरण कर लिया था. जिसकी लाश रविवार को गंगा नदी में तैरते हुए मिली. शव का गर्दन रेता हुआ और पेट भी फटा हुआ था.