25.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

30 घंटे मौत से लड़ बोरवेल से सकुशल निकाली गयी सन्नो, मुख्यमंत्री ने पूरी टीम को दी बधाई

मुंगेर : बोरवेल में गिरी तीन वर्षीया बच्ची सना उर्फ सन्नो ने साढ़े 29 घंटे तक भूखे-प्यासे रहने के बावजूद जिंदगी की जंग जीत ली. रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बुधवार की रात 9:35 बजे उसे सकुशल निकाल लिया गया. मौके पर तैनात एंबुलेंस से उसे तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया और उसे सीधे आईसीयू […]

मुंगेर : बोरवेल में गिरी तीन वर्षीया बच्ची सना उर्फ सन्नो ने साढ़े 29 घंटे तक भूखे-प्यासे रहने के बावजूद जिंदगी की जंग जीत ली. रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बुधवार की रात 9:35 बजे उसे सकुशल निकाल लिया गया. मौके पर तैनात एंबुलेंस से उसे तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया और उसे सीधे आईसीयू में भरती कराया गया और डॉक्टरों की टीम ने उसका इलाज शुरू किया.
रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमों को लगाया गया था. साथ ही प्रशासनिक महकमे ने इस ऑपरेशन को सफल बनाने में पूरी ताकत झोंक दी थी.जानकारी के अनुसार मुर्गियाचक निवासी उमेश नंदन साव ने सोमवार को अपने घर के सबसे आगे वाले कमरे में समरसेबुल के लिए बोरिंग करवायी थी.
इसमें पाइप डाल कर आधे बोरवेल में ग्रेबुल डाला जा चुका था और बोरवेल को एक पतले बोरे से ढंक दिया गया था. मंगलवार शाम 4:05 बजे उस बोरवेल में उसकी नतनी सन्नो खेलने क्रम में गिर गयी और 25 फुट की गहराई पर फंस गयी. पहले परिजन और आस-पड़ोस के लोगों ने उसे निकालने का प्रयास किया, लेकिन बोरवेल में डाले गये पाइप के हिलने-डोलने से वह फिसल कर और 43 फुट तक नीचे चली गयी. सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन का पूरा दल मौके पर पहुंचा और बचाव कार्य में जुट गया. मंगलवार शाम सात बजे जेसीबी मंगायी गयी और बोरवेल के समानांतर घर के आगे सड़क की खुदाई शुरू की गयी. रात लगभग 10 बजे खगड़िया और भागलपुर से एसडीआरएफ की टीम पहुंची और बचाव कार्य में जुट गयी, पर लगभग 10 फुट की खुदाई के बाद जेसीबी से और गड्ढा खोदना मुश्किल हो गया. इसके बाद एसडीआरएफ ने पोकलेन मंगवायी. उसकी मदद से 25 फुट तक की खुदाई की गयी.
इसके बाद पोकलेन से खुदाई करना भी मुश्किल हो गया. तब एसडीआरएफ की टीम खुद कुदाल व फावड़े खुदाई में जुट गयी. वैसे बुधवार दोपहर लगभग तीन बजे एनडीआरएफ की टीम को पटना से हेलीकॉप्टर से मुंगेर लाया गया और 3:20 बजे एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन का कमान संभाला.
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कई जरूरी इक्यूपमेंट उपलब्ध नहीं रहने के कारण एसडीआरएफ को जुगाड़ का भी सहारा लेना पड़ा. 25 फुट की गहराई पर हवा की कमी के कारण ऊमस से परेशानी होने लगी. इसके बाद गड्ढ़े के ऊपर बांस-बल्ले के सहारे दो पंखे लगाये गये और एक एजॉस्ट फैन लगाया गया.
पर जैसे-जैसे गड्ढ़े की गहराई बढ़ती गयी, वैसे-वैसे दोनों पंखे भी बेअसर हो गये. 45 फुट गड्ढे खोदने के बाद जब बोरवेल में फंसी बच्ची के समानांतर सुरंग की खुदाई की जाने लगी, तब पानी के संभावित रिसाव व बहाव की स्थिति से निबटने के लिए सेफ्टी टैंक की व्यवस्था की गयी. समानांतर सुरंग खोदने के बाद आखिरकार बुधवार रात 9:30 बजे एनडीआरएफ की टीम बच्ची को लेकर ऊपर आयी और सभी राहत की सांस ली.

मुंगेर के प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार पाल, डीआईजी जीतेंद्र मिश्रा, एसपी गौरव मंगला, सदर एसडीओ खगेशचंद्र झा, एसएसपी हरिशंकर कुमार, एएसपी अभियान राणा नवीन के अलावा जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी 27 घंटे तक मौके पर मौजूद रहे. वैसे आखिरी समय में बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी परेशानी हुई.

मुख्यमंत्री ने पूरी टीम को दी बधाई
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुंगेर में साढ़े 29 घंटे बोरवेल में फंसी तीन साल की बच्ची सन्नो के सकुशल रेस्क्यू पर खुशी व संतोष व्यक्त किया. मुख्यमंत्री ने इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व जिला प्रशासन की टीम को बधाई दी. कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बाद भी सन्नो का सकुशल रेस्क्यू बेहतर टीम समन्वय का परिणाम है. उन्होंने परिजनों व स्थानीय लोगों की भी प्रशंसा की, जिन्होंने इस मुश्किल घड़ी में प्रशासन व बचाव दल को सहयोग दिया. मुख्यमंत्री ने सन्नो के बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है और उसके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें