मोतिहारी. जिले के दो चिकित्सा-पदाधिकारी को ओपीडी में सर्वाधिक मरीजों के इलाज के लिए सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने प्रशंसा पत्र प्रदान किया. यह प्रशंसा पत्र अप्रैल 2025 में वाह्य रोगियों को सेवा प्रदान करने के लिए सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. नीरज कुमार एवं डॉ. शत्रुधन कुमार को दिया गया है. जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ रविभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि भव्या एप्प द्वारा इनका चयन हुआ है. इस तरह के प्रशंसा-पत्र मिलने से चिकित्सों का हौसला अफजाई होगा एवं वे चिकित्सा के दुनिया में अपनी भागीदारी को और अधिक सुनिश्चित करेंगे. जिसके फलस्वरूप लोगों को अधिक स्वास्थ्य सुविधा मिलने में कठिनाई नहीं होगी. सिविल सर्जन ने बताया कि भव्या बिहार सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में डिजिटल कामकाज को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है. ये एक सॉफ्टवेयर एप्प है, जिसका पूरा नाम बिहार हेल्थ एप्लीकेशन विजनरी योजना फॉर ऑल है. इसे राज्य सरकार ने अपने स्वास्थ्य सेवाओं में डिजिटल कामकाज को बढ़ावा देने के साथ एक ही प्लेटफॉर्म पर रोगियों का डेटा संग्रह करने के लिए लागू किया है. भव्या में पंजीकरण कराने के लिए रोगी को अपना आधार नंबर एवं इससे लिंक मोबाइल नंबर बताना होता है. इसके बाद उनका पंजीकरण पूरा हो जाता है. पंजीकरण के बाद, मरीज को 14 अंकों का आभा नंबर दिया जाता है. इस एप्प के माध्यम से मरीजों को बार-बार पर्ची कटवाने या लाने की जरूरत नहीं पड़ती है, जिससे इलाज की प्रक्रिया पेपरलेस हो जाती है. उन्होंने बताया की इस एप्प पर पंजीकरण के बाद जब चिकित्सक के देखने के बाद मरीज का सारा विवरण जैसे मरीज को क्या बीमारी है, उसे क्या-क्या दवा दी गयी, क्या जांच हुआ एवं उसका रिपोर्ट भी अपलोड किया जाता है. जिसे जब भी वो मरीज फिर से कभी इलाज के लिए आये तो उसके पिछले विवरण के लिए कोई पूछताछ नहीं करना पड़े.
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