Motihai: अजीत/मनोज. रक्सौल. भारत-पाकिस्तान सीमा पर जारी संघर्ष के बाद भारत-नेपाल सीमा पर जवान मुस्तैद हो गये हैं. नेपाल के तरफ से भारत में प्रवेश करने वाले सभी संदिग्धों की जांच की जा रही है. गुरुवार को सीमा पर एसएसबी के जवान और बिहार पुलिस के जवान काफी एक्टिव थे. प्रभात खबर की टीम रात के 11 बजकर 03 मिनट पर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित मैत्री पुल पर पहुंची तो यहां एसएसबी के जवान काफी मुस्तैद थे. नेपाल के तरफ से भारत में प्रवेश करने वाले लोगों का पहचान पत्र देखा जा रहा था. उनसे यह भी पूछा जा रहा था कि वें इतनी रात को क्यों आए हैं, कहां गये थे. इसके बाद कहां जाना है. इतना ही नहीं, रक्सौल के तरफ से नेपाल में जाने वाले एक परिवार को एसएसबी जवान यह समझाते दिखे कि वे इस रात को नेपाल नहीं जाए और रक्सौल के ही किसी गंतव्य पर ठहर जाए. इसके बाद, प्रभात खबर की टीम शहर से दूर पंटोका गांव स्थित भारत-नेपाल बॉर्डर पर 11 बजकर 39 मिनट पर पिलर संख्या 393 के पोस्ट पर पहुंची तो वहां भी जवान काफी मुस्तैद थे.
नेपाल से भारत के तरफ दाखिल हो रहे राहुल नाम के एक व्यक्ति से गहन पूछताछ कर रहे थे. रक्सौल के मौजे निवासी होने का पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद ही उसे भारतीय सीमा में दाखिल होने दिया गया. ज्ञात हो कि दो रोज पूर्व भारतीय एंजेसी की मुस्तैदी के कारण चार चाइनीज नागरिक को अवैध घुसपैठ करते हुए गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार चारों चाइनीज नागरिकों के साथ-साथ नेपाली महिला से गहन पूछताछ किया गया. कुल मिलाकर भारत-नेपाल सीमा पर रात्रि में जवानों की संख्या बढ़ा दी गयी है और नेपाल से भारत के तरफ आने वाले एक-एक व्यक्ति की जांच के बाद ही उन्हें सीमा में प्रवेश करने दिया जा रहा है. इधर, रक्सौल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार सुदूरवर्ती इलाके छौड़ादानो, हरपुर, महुआवा बॉर्डर पर देर रात्रि में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे. लगभग 1 बजे भारत-नेपाल मैत्री पुल पर पहुंच कर सुरक्षा की जानकारी ली एवं वरीय अधिकारियों को अवगत कराया. जानकारी के मुताबिक डीजीपी के कंट्रोल रूम से पूरी रात सीमाई इलाके में स्थित थाना के पदाधिकारियों के लोकेशन की जांच की जाती रही.तस्करों का कारोबार बिना रोक-टोक जारी
लगभग 11 बजकर 35 मिनट पर रक्सौल शहर से दूर पंटोका गांव के तरफ तस्कर अपने बाइक पर सामान लादकर तेजी से बॉर्डर के तरफ जाते दिखे. उन्हें किसी तरह का कोई भय नहीं था. हालांकि तस्करों को लग रहा था कि उनका वीडियो बनाया जा रहा है और बॉर्डर से 20 मीटर पहले वे रुक गये और एक झोंपड़ी में अपना सारा सामान रख दिए. इस दौरान तस्करों की कई टीम के सदस्य रास्ते में अपने धंधे को अंजाम देते देखे गये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है