Motihari: मोतिहारी. चकिया के गल्ला व्यवसायी नीरज के अपहरण व हत्या की घटना को अंजाम देने वाले छह बदमाश पकड़े गये. उनके पास से हत्या में प्रयुक्त बाइक, चाकू, फाइटर व मोबाइल बरामद हुआ है. गिरफ्तार अपराधियों में मुजफ्फरपुर के पारू थाना अंतर्गत चिउटाहां का शुभम कुमार, शोभा देवी, मो आतिप, मो चांद के अलावा कल्याणपुर बृंदावन परसौनी का मुकेश साह व रामेश्वर साह शामिल है.चकिया डीएसपी संतोष कुमार ने बताया कि नीरज को दस अगस्त दोपहर में शुभम अपने साथ बुलाकर ले गया, उसके बाद रात में ही हत्या कर उसके शव को पारू चिउटाहां चंवर में फेंक दिया था. गिरफ्तारी के बाद शुभम ने नीरज की हत्या कर शव फेंकने की बात स्वीकारी, जिसके बाद पारू थाना की पुलिस से सम्पर्क किया गया तो पता चला कि चिउटाहां चंवर से एक अज्ञात युवक का शव बरामद हुआ है. पारू थाना की पुलिस ने शव की तस्वीर भेजी, जिसके बाद नीरज के परिजनों को तस्वीर दिखाया गया. परिजनों ने तस्वीर देख शव की शिनाख्त की. बताया कि शव नीरज का ही है. पारू थाना की पुलिस शव का पोस्टमार्टम करा चुकी थी.पुलिस नीरज के परिजनों के साथ पारू थाना पहुंचे, उसके बाद एसकेएमसीएच पहुंच शव परिजनों को सुपूर्द कराया गया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार शुभम सहित अन्य बदमाशों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है. पैसे की लेनदेन के विवाद में नीरज की हत्या करने की बात भी कबूल किया है. प्राथमिकी के आधार पर गिरफ्तार छह आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. छापेमारी में डीएसपी संतोष कुमार सहित चकिया इंस्पेक्टर अरविंद गुमार, थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार पाण्डेय, अपर थानाध्यक्ष गौरव कुमार, दारोगा राजू कुमारराजु, मौसम कुमार, पप्पु कुमार सहित अन्य शामिल थे. बताते चलें कि कल्याणपुर के बृंदावन परसौनी निवासी असर्फी साह के पुत्र नीरज (20) चकिया में गल्ला का कारोबार करता था. आरोपी शुभम का ननीहाल भी बृंदावन परसौनी में है, जहां उसका आना जाना था. इस दौरान दोनों ने जान-पहचान हुई. दस अगस्त को शुभम चकिया आया.नीरज को अपने साथ बुलाकर ले गया, उसके बाद गला रेत व गोली मार उसकी हत्या कर शव चंवर में फेंक दिया. नीरज की पत्नी के पास फोन कर दो लाख रूपये की फिरौती भी उसने मांगी थी. नीरज की हत्या की खबर सुन घर में कोहराम मच गया. उसकी मां, पत्नी सहित पिता का रो रो कर बुरा हाल था. महज 4900 रुपये को लेकर नीरज व शुभम में था विवाद शुभम साइबर गिरोह से जुड़ा है. उसने नीरज के अकाउंट में नौ अगस्त को 4900 रुपये मंगाया था, उसके बाद दो अकाउंट से होकर उक्त पैसा शुभम के अकाउंट में गया. नीरज को इस बात की जानकारी हुई तो उसने शुभम से पैसा वापस मांगा. इसको लेकर दोनों ने कहा-सुनी हुई. षड्यंत्र के तरह शुभम चकिया आकर नीरज को अपने साथ ले जाकर हत्या कर दी. नीरज ने पुलिस के पास शिकायत करने की दी थी धमकी नीरज के अकाउंट में आये साइबर फ्रॉड के 4900 रुपये दो अन्य अकाउंट से होकर शुभम के पास पहुंचा था. नीरज ने पैसा वापस करने के लिए कहा तो शुभम भड़क गया. तब नीरज ने कहा कि पैसा वापस नहीं करोंगे तो हम इसकी शिकायत पुलिस से कर देंगे. बस यही बात उसकी हत्या का कारण बना. राज खुलने के डर से शुभम ने नीरज को अगवा कर उसे मौत के घाट उतार दिया. पुलिस नीरज का खंगाल रही अकाउंट, खुलेगा बड़ा राज पुलिस का कहना है कि नीरज का अकाउंट खंगाला जा रहा है.उसके अकाउंट में पिछले कुछ महिनों ने कितने पैसे का ट्रांजेक्शन हुआ है,यह पता लगाया जायेगा कि आखिर शुभम कितने दिनों से उसके अकाउंट को फ्राइबर फ्रॉड के पैसे की हेराफेरी के लिए इस्तेमाल कर रहा था. अभी तक मौखिक रूप से 4900 रुपये की हेराफेरी की बात सामने आयी है, लेकिन बैंक से डिटेल निकालने पर कुछ और राज भी खुल सकता है.
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