Motihari: चकिया. स्थानीय राणीसती मंदिर में गुरुवार शाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा गुरु दक्षिणा का कार्यक्रम आयोजित किया गया.कार्यक्रम में सर्वप्रथम ध्वज का पूजन किया गया, जिसके बाद सभी स्वयंसेवकों ने ध्वज को प्रणाम कर गुरु दक्षिणा अर्पित की. इस मौके पर उपस्थित स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता जीनीस लाल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना, क्रियाकलापों एवं वर्तमान परिवेश में संपूर्ण विश्व में संघ की उपयोगिता पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु शिष्य परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है, जिसमें गुरु अपना संपूर्ण ज्ञान अपने शिष्य को प्रदान करते हैं. इस दौरान उन्होंने गुरु द्रोणाचार्य और शिष्य एकलव्य के प्रसंग की विस्तार से चर्चा की. मुख्य वक्ता ने बताया कि भगवा ध्वज हिन्दू संस्कृति के अमिट प्रतिकों में एक है. वीरता और त्याग के प्रतिक भगवा ध्वज का उल्लेख हमेशा हमारे महापुरुषों , मंदिर-मठों के साथ साथ रहा है.आरएसएस ने भी भगवा ध्वज को ही अपना गुरु माना है.इस अवसर पर नगर कार्यवाह दीपक शर्मा,सह नगर कार्यवाह शंभू तुलस्यान, मुख्य शिक्षक नवीन बजाज, गोविंद प्रसाद, नंदकिशोर सिंह, मनोज तुलस्यान,प्रभू प्रसाद, देवेन्द्र शर्मा, अर्जुन झुनझुनवाला सहित अन्य स्वयंसेवक मौजूद थे.
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