-नेपाल से बाढ़ का पानी भारतीय क्षेत्रों में कर रहा प्रवेश सिकरहना. लगातार मुसलाधार बारिश से लालबकेया नदी उफान पर हैं. फिलहाल जलस्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है. रविवार को तीन बजे नदी खतरे के निशान 71.15 को पार कर 72.45 तक पहुंच गई हैं. नदी के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए गुआबारी बांध की निगरानी बढ़ा दी गई हैं. जल निस्सरण प्रमंडल मोतिहारी के कार्यपालक अभियंता इफ्तेखार इमाम, सहायक अभियंता किरण कुमारी,जेई मिथलेश कुमार, विडियो डॉ इस्माइल अंसारी, सीओ अर्चना भारती सहित अन्य अधिकारी बांध की सुरक्षा को लेकर वही कैम्प कर रहे हैं. इधर नेपाल से बाढ़ का पानी भारतीय क्षेत्रों में प्रवेश कर रहा है़. बाढ़ के पानी का रफ्तार व जलस्तर में लगातार वृद्धि बनी रही तो ढाका क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा. नेपाल से निकलने वाली लालबकेया नदी एवं सरेहिया नदी जान के जलस्तर में वृद्धि के कारण सीमावर्ती नेपाली गांव औरैया के पूरब दिशा से बाढ़ का पानी बोडर्र के पिलर संख्या 347/1 के समीप से भारतीय क्षेत्रों में प्रवेश कर रहा है. अगर बाढ़ के पानी में बढ़ोतरी लगातार बनी रही तो ढाका प्रखंड के हीरापुर, गुरहनवा, बलुआ, भवानीपुर, दोस्तिया, महंगुआ, अमवा टोला, तेलहारा, बड़हरवा फत्तेमहमद, करमावा, बहलोलपुर, सराठा आदि गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा. नेपाल से बाढ़ का पानी भारतीय इलाकों में प्रवेश करने की सूचना से लोग भयभीत हो उठे हैं.इधर एसडीओ साकेत कुमार ने बताया कि सीओ एवं संबंधित थाना को निर्देशित किया गया कि बाढ़ की सुरक्षा को लेकर पेट्रोलिंग एवं निगरानी बनाये रखे.
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