Motihari: पताही . प्रखंड क्षेत्र के जिहुली गांव स्थित सरकार गाछी हनुमान मंदिर परिसर में श्री श्री 1008 श्री विष्णु महायज्ञ के पाँचवें दिन रविवार को श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन श्रद्धा व भक्ति भाव के साथ हुआ. आचार्य पंडित धर्मेंद्र शास्त्री ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का रोचक और भावपूर्ण वर्णन किया. कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाएं जन-जन के हृदय में भक्ति और प्रेम का संचार करती हैं. कथा के दौरान उन्होंने कान्हा की माखन चोरी की प्रसंग को विस्तार से प्रस्तुत किया. श्रीकृष्ण ने अपने मित्रों-सुदामा, सुभल, मंगल, सुमंगल और तोसन के साथ मिलकर एक टोली बनाई . जिसे शास्त्रीजी ने ‘चोर मंडली’ की संज्ञा दी . इस मंडली के अध्यक्ष स्वयं श्रीकृष्ण थे . एक दिन योजना के अनुसार कन्हैया चिकसोले वाली गोपी के घर पहुंचे . उन्होंने अपने साथियों को छिपा दिया और स्वयं दरवाजे पर पहुंचकर खटखटाने लगे . जब गोपी ने दरवाजा खोला तो कन्हैया ने मासूमियत से कहा, “मैया ने भेजा है माखन लेने, संत आए हैं घर पर .बदले में दो मटकी लौटा देंगे. गोपी ने प्रेमवश माखन की मटकी के साथ मिश्री भी दे दी और कहा ,कह देना मैया से, लौटाने की जरूरत नहीं. श्रद्धालुओं ने इस लीला का खूब आनंद लिया .पूरे परिसर में “राधे-राधे ” और “कृष्ण कन्हैया लाल की जय ” के जयघोष गूंजते रहे। महायज्ञ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए.
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