Motihari: केसरिया. सरकार की महत्वपूर्ण अभियान लोहिया स्वच्छ बिहार प्रखण्ड क्षेत्र में फिसड्डी साबित हो रही है. लाखों रुपया खर्च के बावजूद फेज वन व टू में इस योजना के तहत चयनित पंचायतों में स्वच्छता की स्थिति जस की तस है. कचरा उठाव करने को लेकर जिस उम्मीद व तैयारी से पैडल रिक्शा, ई-रिक्शा सहित अन्य उपकरणों की खरीदारी की गई उस उम्मीद पर इस अभियान को क्षेत्र में नहीं उतारा गया. आलम यह है कि कई जगह कचरा उठाव करने वाला रिक्शा/ठेला या तो क्षतिग्रस्त स्थिति में है या धूल फांक रहा है. लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के प्रथम फेज में प्रखण्ड क्षेत्र के सेम्भुआपुर व ताजपुर पटखौलिया पंचायत व दूसरे फेज में मठिया, पूर्वी व पश्चिमी सुन्दरापुर एवं खिजिरपुरा बेनीपुर का चयन किया गया. चयनित इन सभी पंचायतों में डोर-टू-डोर कचड़ा उठाव करने को लेकर ई-रिक्शा, ठेला, डस्टबिन की खरीदारी की गयी. साथ हीं डंपिंग यार्ड का निर्माण भी किया गया. कुछ पंचायतों में डंपिंग यार्ड निर्माणाधीन है, लेकिन सब के बावजूद क्षेत्र में इस अभियान को सफल नहीं बनाया जा सका.
कहते हैं अधिकारी
प्रखण्ड विकास पदाधिकारी कुमुद कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. प्रखण्ड स्वच्छता समन्वयक को संबंधित पंचायतों में क्षतिग्रस्त ठेला को अविलंब मरम्मत करा कर कचरा उठाव कराने को निर्देशित किया गया है. जल्द हीं सभी संबंधित पंचायतों में डोर-टू-डोर कचड़ा उठाव का कार्य सुचारू ढंग से शुरू हो जाएगा.
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