लखनौर / झंझारपुर . किसानों की उपज को उचित मूल्य दिलाने और उपभोक्ताओं तक ताजी सब्जियां सीधे पहुंचाने के उद्देश्य से प्राथमिक सब्जी सहकारी समिति द्वारा मोबाइल ई-कार्ट के माध्यम से डोर-टू-डोर सब्जी बिक्री की आधुनिक पहल शुरू की जा रही है. इस योजना के तहत सोमवार को एईईई के सहयोग से ला पाहि कैंपस में सेमिनार एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया. मिथिला सब्जी संघ के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि यह पहल मिथिला क्षेत्र में सब्जी मूल्य श्रृंखला को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. एईईई के डायरेक्टर सुमेध कुमार ने बताया कि मिथिला सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी संघ लिमिटेड के तत्वावधान में दो मोबाइल ई-कार्ट लगाए जाएंगे. प्रत्येक ई-कार्ट की क्षमता लगभग 4.5 क्विंटल होगी. जिसके माध्यम से पांच जिलों की 73 समितियों के जरिये घर-घर ताजी सब्जियों की बिक्री की जाएगी. उन्होंने बताया कि पीभीवीएस के पास 45 टन क्षमता की सोलर आधारित दो कोल्ड स्टोरेज पहले से उपलब्ध हैं. करीब 22 लाख रुपये की लागत से बने यह कोल्ड स्टोरेज दरभंगा जिले के सिंघवारा और मधुबनी जिले के हरलाखी प्रखंड में स्थित हैं. इन कोल्ड स्टोरेज से ई-कार्ट सीधे सब्जियां लेकर उपभोक्ताओं तक पहुंचेंगी. जिससे सब्जियों की ताजगी और गुणवत्ता बनी रहेगी. इससे सब्जियों की बर्बादी कम होगी और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सकेगा. कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10 बजे संघ के अध्यक्ष माधवेंद्र कुमार ठाकुर के स्वागत भाषण से हुई. डॉ. सतीश कुमार ने ऊर्जा-सक्षम मॉडल की जानकारी दी. कार्यशाला में समुन्नति एग्री फाइनेंस के अमित कुमार, इकोजन कोल्ड रूफ के अभिरूप कुमार पांडे सहित अन्य विशेषज्ञों ने भी अपने विचार रखे. इस दौरान ई-कार्ट की तकनीकी विशेषताओं, वित्त पोषण मॉडल और उपयोग प्रक्रिया पर विस्तृत चर्चा की गई. कार्यशाला में बड़ी संख्या में स्थानीय सब्जी उत्पादक किसान उपस्थित रहे.
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