मधुबनी.
लोगों को बुधवार की दोपहर हुई बारिश से उमस भरी गर्मी से राहत मिली. ग्रामीण कृषि मौसम डॉ. राजेंद्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय पूसा एवं भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयोग से जारी 27 अगस्त से 31 अगस्त 2025 तक पूर्वानुमान अनुसार बारिश नहीं होने की संभावना जतायी है, हालांकि कुछ स्थानों पर हल्की होने की संभावना है. इस अवधि में अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. न्यूनतम तापमान तापमान 27-28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. विदित हो कि पिछले एक माह से जिले में अपेक्षित बारिश नहीं हुई है. इसकी वजह से किसान निराश हैं. बुधवार को हुई बारिश से किसानों को राहत मिली है. वहीं शहर की कई सड़कों पर जलजमाव होने से आवागमन कठिन हो गया है. बुधवार को अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 25. डिग्री सेल्सियस रहा. साफेक्ष आद्रता 84 प्रतिशत दर्ज किया गया. इस बीच 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पुरवा हवा चलने की संभावना है. इस बीच हल्की बारिश ने ही नगर निगम की ड्रैनेज सिस्टम की पोल खोल दी है. ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त नहीं होने के कारण गली मुहल्लों में जलजमाव हो गया है. इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. सबसे अधिक परेशानी कीचड़ से भरी बस स्टैंड में बस यात्रियों को हुई.मौसम में बदलाव से लोग हो रहे बीमार
कभी हल्की बारिश और उसके बाद उमस भरी गर्मी के कारण लोग तेजी से बीमार हो रहे है. बदलते मौसम में थोड़ी सी भी चुक लोगों को परेशान कर रही है. सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डाॅक्टर विनय कुमार ने बताया कि वर्तमान समय में वायरल बुखार सर्वाधिक परेशानी का सबब बना हुआ है. वायरल बुखार की चपेट में आने से कम से कम तीन दिनों तक मरीज को परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि इस समय लोगों के बीमार होने पर बुखार के अलावा कमजोरी, सर दर्द की सर्वाधिक शिकायतें होती हैं. खासकर अभी लोग बीमार पड़ने पर काफी कमजोर हो जाते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

