बिहार: बिहार के पूर्व मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के सुप्रीमो ’सन ऑफ मल्लाह’ मुकेश सहनी ने रविवार को कहा कि आज किसी भी समाज के लिए पैसा और पॉवर चाहिए, तभी समाज का विकास हो सकता है. उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि समाज के विकास के लिए, सुविधा के लिए वीआईपी का कोई भी कार्यकर्ता एक कदम पीछे हटने को तैयार नहीं है.
2014 के पहले तक निषाद समाज को कोई पूछता नहीं था
वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी रविवार को मधुबनी के अरेर थाना अंतर्गत ग्राम-बलाईन पहुंचे और कमला माता की प्रतिमा अनावरण के मौके पर आयोजित समारोह में शामिल होकर माता की पूजा-अर्चना की, उसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2014 के पहले तक निषाद समाज को कोई नहीं पूछता था, लेकिन आपकी ताकत और संघर्ष का परिणाम है कि आज केंद्र सरकार और राज्य सरकार के लोगों से भी आंख से आंख मिलाकर बात करते हैं. उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि उन्हें ना पद चाहिए और ना पैसा चाहिए. वो तब तक पीछे हटने को तैयार नहीं हैं जब तक अपने समाज के लोगों का विकास नहीं हो जाता है.
केंद्र सरकार पर तंज 'पांच किलो अनाज बांटकर विकास दिखाया जा रहा है'
उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आज पांच किलो अनाज बांटकर विकास दिखाया जा रहा है, लेकिन हमें पांच किलो अनाज नहीं गांव-गांव तक स्कूल चाहिए जहां ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे पढ़ सकें. अस्पताल चाहिए जहां लोगों का इलाज हो सके. उन्होंने कहा कि हम उस मल्लाह जाति से आते हैं जिनसे भगवान राम को भी मदद मांगनी पड़ी थी. इसके साथ ही उन्होंने दावा करते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में भी किसी भी गठबंधन की सरकार बिना वीआईपी के मदद के नहीं बनेगी. वीआईपी प्रमुख ने कहा कि पिछले चुनाव में भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनने के लिए वीआईपी का सहारा लेना पड़ा था, अगर हम सहयोग नहीं करते तो नीतीश कुमार भी मुख्यमंत्री नहीं बनते.