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Madhubani News : भाव्या एप के इस्तेमाल में मरीजों की बढ़ी रूचि, करा रहे निबंधन और इलाज

स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीजों के इलाज की प्रक्रिया को डिजिटिलाइजेशन व पेपरलेस बनाने की कवायद जारी है.

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मधुबनी.

स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीजों के इलाज की प्रक्रिया को डिजिटिलाइजेशन व पेपरलेस बनाने की कवायद जारी है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के तहत भाव्या एप के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है. विभाग के इस पहल को इलाज के लिए आने बाले मरीजों का भी सहयोग मिल रहा है. इसके तहत अप्रैल माह में जिला में 74 हजार से अधिक मरीजों ने भाव्या एप के जरिए ओपीडी में रजिस्ट्रेशन कराकर इलाज करवाया.

मरीजों के निबंधन से लेकर जांच, इलाज तथा जरूरी दवा सहित स्वास्थ्य केंद्रों से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी अपलोड किया जाता है. मरीजों के रोग संबंधित सभी जानकारी इस सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन पर सुरक्षित रहता है. इसका फायदा यह होता है कि मरीजों को पुर्जा कटवाने की जरूरत नहीं होती है. मरीजों के आईडी नंबर को अपने लैपटॉप में डालने पर मरीज के पुराने रोग संबंधी जानकारी तथा जांच एवं इलाज का ब्यौरा भी चिकित्सक देख पाते हैं. इससे उन्हें रोग के इलाज में मरीज को परामर्श देने में सहूलियत होती है. सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा भाव्या सॉफ्टवेयर एप के इस्तेमाल को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ायी गयी है. मरीजों को अब लंबी कतार में लगने की जरूरत नहीं है. भाव्या एप में मरीजों के निबंधन से लेकर जांच, इलाज तथा जरूरी दवा सहित स्वास्थ्य केंद्रों से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी अपलोड होती है. मरीज इस एप पर निबंधन कर आसानी से स्वास्थ्य सेवा प्राप्त कर सकते हैं. ओपीडी में डॉक्टर भाव्या एप पर मरीजों के सभी तरह की जांच और दवा लिखते हैं. यह रिपोर्ट भाव्या एप पर अपलोड की जाती है.

आधार संख्या और मोबाइल नंबर है जरूरी

जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज मिश्रा ने बताया कि जिला के सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भाव्या एप को लांच किया गया है. निबंधन के लिए मरीज को स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर अपना आधार संख्या और मोबाइल नंबर देना होता है. इसके लिए एंडड्रायड फोन जरूरी है. मरीज को उसके फोन पर एक आइडी प्राप्त होता है. इस आइडी की मदद से वह देश के किसी भी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों मे अपना इलाज करा सकते हैं. उन्होने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों के डॉक्टरों तथा एएनएम को भाव्या एप संचालित करने का प्रशिक्षण दिया गया है.

अप्रैल माह में 74 हजार मरीजों का हुआ रजिस्ट्रेशन

स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल माह में जिला के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर 74 हजार 842 मरीजों ने ओपीडी में पंजीयन कराकर अपना इलाज करवाया. इसमें सबसे अधिक सदर अस्पताल में 13 हजार 756 मरीजों ने भाव्या एप पर ओपीडी में जांच के लिए रजिस्ट्रेशन कराया. वहीं अनुमंडलीय अस्पताल बेनीपट्टी में 4 हजार 968, झंझारपुर अनुमंडलीय अस्पताल में 4 हजार 643, अनुमंडलीय अस्पताल जयनगर में 4 हजार 305, अनुमंडलीय अस्पताल फुलपरास में 3 हजार 880 मरीजों ने ओपीडी जांच के लिए रजिस्ट्रेशन कराया.

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