मधुबनी . देश में एक बार फिर कोविड -19 के मामले बढ़ने लगा हैं. इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. पिछले लगभग तीन सालों से लगातार कोविड -19 के नये-नये वैरिएंट सामने आ रहे हैं. हालांकि इस नये वैरिएंट का एक भी मामला अभी तक जिले में नहीं पाया गया है. सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने बताया कि सोमवार को एसीएस प्रत्यय अमृत ने कोविड को लेकर समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि जिला के सभी पीएसए ऑक्सीजन प्लांट आरटीपीसीआर लैब एवं कोविद फील्ड हॉस्पिटल को एक्टिवेट करने का निर्देश दिया है. ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में संदिग्ध मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया जा सके. विभाग पूरी तरह सतर्क सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने कहा कि एसीएस के निर्देश पर कोरोना के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है. सदर अस्पताल सहित जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. कोविड केयर सेंटर में संभावित संक्रमित मरीजों के लिये बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिये तैयारी शुरू करने का भी निर्देश संबंधित पदाधिकारी को दिया गया है. इसके लिए कोरोना वार्ड को दुरुस्त किया जाएगा. वार्ड में मरीजों के लिये बेड की व्यवस्था, गंभीर मरीजों के लिये आईसीयू की व्यवस्था की जाएगी. जिले में प्रतिदिन 1000 आरटीपीसीआर जांच की क्षमता वर्तमान में कोविड केयर सेंटर रामपट्टी स्थित आरटीपीसीआर लैब में 1 दिन में 1000 लोगों के कोरोना संक्रमण की जांच की क्षमता है. वहीं इसके अलावा मधुबनी मेडिकल कॉलेज में भी आरटीपीसीआर जांच की सुविधा उपलब्ध है. जरूरत पड़ने पर सैंपल को दरभंगा व पटना भी भेजा जा सकता है. ऑक्सीजन की नहीं होगी कमी सिविल सर्जन ने बताया कि संक्रमित मरीजों की बेहतर चिकित्सा के लिये अस्पताल प्रशासन की ओर से बेहतर प्रयास किया जाएगा. विभाग की ओर से ऑक्सीजन प्लांट, पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर एवं कंसंट्रेटर उपलब्ध कराया गया हैं. मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ने पर परेशानी नहीं होगी.
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