मधुबनी. गोविंद जीव सेवा संस्थान की ओर से मंगलवार को जगत जननी मां जानकी का प्रकट्योत्सव मनाया गया. जानकी नवमी पर जन जागृति के लिए शोभा यात्रा निकाली गई. जो वाचस्पति डीह से खर्रा, लखनपट्टी, सुंदरपुरभिट्ठी, अकशपुरा, नीमा, बेलाम, शिवदत्तपुर, चौरी, दरहपुरा, समौल गांव होते हुए सभा स्थल पर पहुंची. जहां आचार्य मुरलीधर ने वैदिक मंगलाचरण एवं शशांक शुशांत ने दीप प्रज्ज्वलन मंत्र के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. गंगासागर के महंथ रत्नेश्वर दास उर्फ बब्बू सिंह एवं साजन सिंह दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. मौके पर डॉ. श्याम सुंदर शास्त्री ने कहा कि पुराणों में मिथिला क्षेत्र की सर्वश्रेष्ठता का जो वर्णन है उसका आधार मां जानकी ही हैं. यह अलौकिक क्षेत्र है जहां भूमि से मां जगदंबा प्रकट हुई हैं. उन्होंने अपनी स्वरचित मिथिला वर्णन कविता का पाठ कर लोगों को आत्मविभोर कर दिया. उन्होंने मिथिलावासियों से जय जानकी का नारा बुलंद करने का आग्रह किया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पार्षद सदस्य आरती कुमारी ने कहा कि मां सीता तो सबकी है. लेकिन उनका प्राकट्य स्थल मिथिला है. जो हमारा सौभाग्य है. मुख्य वक्ता गोविंदजी व्यास ने कहा माता सीता ही मूल प्रकृति की देवी है. उन्हीं से सभी शक्तियों का प्रादुर्भाव होता है. कार्यक्रम में जिला पार्षद पिंटू मिश्रा, अरुण कुमार झा, मिहिर कुमार झा महादेव, डॉ. शंकर झा, प्रफुल्ल चंद्र झा, प्रकाश चंद्र झा, कुंदन प्रताप सिंह, डोमू राम, विपिन झा ने अपने विचार प्रकट किए. मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.
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