मधुबनी. सहकारिता विभाग की ओर से जिले में धान खरीद कार्य एक नवंबर से शुरू कर दिया गया, लेकिन मिलर से टैगिंग नहीं होने व क्रय केंद्र अभी तक नहीं खुलने के कारण पैक्स अध्यक्ष चिंतित हैं. कॉपरेटिव बैंक के अध्यक्ष रमन कुमार सिंह ने कहा कि पैक्स अध्यक्ष सरकार की नीति के कारण धान खरीद योजना में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. पैक्स अध्यक्ष धान खरीद करने के बाद उसे कहां जमा करेंगे, इसका जानकारी नहीं मिल रही है. सहकारिता विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एसएफसी द्वारा एफआरके चावल नहीं मिलने के कारण मिलर किसी पैक्स को टैग नहीं कर रहा है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक 263 किसानों से 1828.38 एमटी धान की खरीद हुई है. लेकिन बिना एफआरके चावल को धान कुटाई के बाद उसमें एक फीसदी मिलाया जाता है. ताकि तैयार चावल में खराबी नहीं आए. जिला सहकारिता पदाधिकारी सुदर्शन कुमार ने कहा कि राज्य खाद्य निगम सीएमआर जमा होने के बाद भी समय से राशि नहीं देती है. मिलर को टैग करना भी एक समस्या है. श्री कुमार ने कहा कि दो दिन में मिलर से टैग करने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

