मधुबनी.
बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक राहत भरी खबर है. मधुबनी डिविजन में बिजली विभाग ने तीन नये पावर ग्रिड के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है. इन ग्रिडों के शुरू होने के बाद शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को गर्मी के दिनों में बिजली कटौती व लो-वोल्टेज की समस्या से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. विभाग ने इन परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने का लक्ष्य रखा है. अगले साल फरवरी महीने तक तीनों ग्रिड का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.आपूर्ति की समस्या से मिलेगी निजात
वर्तमान में मधुबनी शहर में मात्र एक पावर ग्रिड होने के कारण ””पिक ऑवर”” (अधिकतम मांग के समय) में बिजली आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने में बिजली विभाग को खासी मशक्कत करनी पड़ती है. इस एकल ग्रिड पर अत्यधिक लोड होने के कारण अक्सर उपभोक्ताओं को वोल्टेज में उतार-चढ़ाव और अनियोजित बिजली कटौती का सामना करना पड़ता है. इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए, पावर कंपनी ने लगभग एक साल पहले मधुबनी डिविजन में कुल पांच नये पावर ग्रिड के निर्माण को अपनी स्वीकृति दी थी. कार्यपालक अभियंता मो. अरमान ने बताया कि स्वीकृत पांच में से फिलहाल तीन स्थानों पर ही निर्माण शुरू किया जा सका है.
इन तीन स्थानों पर निर्माण हुआ शुरू
मो. अरमान के अनुसार, शहर और ग्रामीण क्षेत्रों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से जिन तीन स्थानों पर पावर ग्रिड निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है, वे हैं – बसुआरा (शहर क्षेत्र), बिरसायर (शहर क्षेत्र), बिस्फी प्रखंड (ग्रामीण क्षेत्र). शहर के बसुआरा और बिरसायर में ग्रिड बनने से शहरी उपभोक्ताओं को बेहतर वोल्टेज और निर्बाध आपूर्ति मिलेगी, इधर, बिस्फी प्रखंड में बनने वाला ग्रिड आसपास के ग्रामीण इलाकों की बिजली व्यवस्था को मजबूती देगा.दो स्थानों पर विलंब का कारण
कार्यपालक अभियंता मो. अरमान ने यह भी स्पष्ट किया कि स्वीकृत पांच ग्रिडों में से डिविजन के आमादा व लहेरियागंज में फिलहाल निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है. इसका मुख्य कारण अंचल कार्यालय से इन दो स्थानों के लिए जमीन हस्तांतरण (Land Transfer) की प्रक्रिया पूरी न हो पाना है. जमीन फाइनल नहीं होने के कारण इन दोनों महत्वपूर्ण परियोजनाओं को शुरू करने में विलंब हो रहा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि जमीन हस्तांतरण होते ही शेष दो ग्रिडों पर भी कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
15 करोड़ की लागत, फरवरी तक पूरा करने का लक्ष्य
इन तीन नए पावर ग्रिडों के निर्माण पर कुल 15 करोड़ रुपये की लागत आएगी, इसके लिए विभाग को राशि पहले ही मिल चुकी है. यह राशि सीधे तौर पर उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाली बिजली सेवा प्रदान करने में खर्च होगी.मो. अरमान ने कहा कि उनका लक्ष्य इन तीनों पावर ग्रिडों का निर्माण कार्य फरवरी महीने तक पूरा कर लेना है. निर्माण पूरा होने के बाद इन ग्रिडों को जल्द ही चालू कर दिया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि सभी पावर ग्रिडों का निर्माण हो जाने के बाद उपभोक्ताओं को आने वाली गर्मी के मौसम में भी निर्बाध बिजली आपूर्ति करने में सक्षम होंगे. इससे न केवल घरेलू उपभोक्ताओं को, बल्कि व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और किसानों को भी बड़ी राहत मिलेगी. ये परियोजनाएं मधुबनी डिविजन की बिजली व्यवस्था को न केवल मजबूती प्रदान करेंगी, बल्कि सरकार के ””हर घर बिजली”” के लक्ष्य को भी पूरा करने में सहायक सिद्ध होगी. विभागीय अधिकारी इस कार्य को समय पर पूरा करने के लिए लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
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