मधुबनी.
सदर अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य संस्थानों में समय से आएं चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी. अन्यथा उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में सीएस कार्यालय ने पत्र निर्गत किया है. सीए डॉ. हरेंद्र कुमार ने कहा कि अब चिकित्सकों की मनमानी नहीं चलेगी. सदर अस्पताल के चिकित्सकों को सीएस कक्ष में उपस्थिति पंजी पर प्रतिदिन हाजिरी बनानी होगी. इसके साथ ही प्रतिदिन 9 बजे से 2 बजे तक ड्यूटी करना होगा. उन्होंने कहा कि इलाज के लिए आने वाले मरीजों व भर्ती मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सहित मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सदर अस्पताल का सुदृढ़ीकरण किया गया है. मरीजों को सभी तरह के इलाज के साथ दवा एवं जांच की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. सिविल सर्जन ने कहा इलाज के लिए आने वाले एवं भर्ती मरीजों की सेवा में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वार्ड में भर्ती मरीजों को 24 घंटे शिफ्टों में जीएनएम की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. सदर अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों को पदस्थापित किया गया है. सिविल सर्जन ने अस्पताल प्रबंधक को विलंब से आने वाले चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की सूचना तत्काल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. ताकि मरीजों का समय से इलाज हो सके.सीएस ने ली जानकारी
सिविल सर्जन ने अस्पताल प्रबंधक से मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधा के साथ आवश्यक दवा की उपलब्धता की जानकारी ली. सीएस ने चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों से मरीजों के साथ मानवीय व्यवहार करने के साथ बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने सदर अस्पताल में प्रसव के लिए आने वाली गर्भवती एवं सी- सेक्सन की गर्भवती महिलाओं के लिए सी- सेक्सन किट की खरीदारी करने का निर्देश अस्पताल प्रबंधक को दिया. ताकि सी- सेक्सन के गर्भवती महिलाओं को सभी दवा अस्पताल में ही उपलब्ध हो सके. सीएस ने कहा कि अस्पताल के ओपीडी एवं आईपीडी में सभी तरह की दवा उपलब्ध है. सीएस ने कहा कि चिकित्सकों की मनमानी पर अंकुश लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसा देखा गया है कि चिकित्सक उपस्थिति पंजी में हाजिरी बनाकर एक-दो घंटे के बाद ही निकल जाते हैं. अब उन्हें प्रतिदिन कार्यालय कक्ष में हाजरी बनाने के लिए आना होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है