मधुबनीः शहर के सड़क एवं पुल पुलिया लोगों के लिये दुर्घटना व हादसों का पर्याय बनता जा रहा है. शहर के विभिन्न सड़क व पुल पुलिया इस कदर जजर्र हो चुका है कि आये दिन कोई ना कोई दुर्घटना होना अब आम बात बन गयी है. दर्जनों पुलिया निर्माण के छह माह एक साल के भीतर ही संवेदक व विभाग के गुणवत्ता पूर्ण निर्माण कार्य की पोल खोल कर रख दी है. इन रास्तों से रात की बात तो दूर दिन में ही गुजरना दुर्घटना को नियंत्रण देना बना हुआ है.
जानलेवा बना पुलिया
शहर के विभिन्न वार्डो के दर्जनों पुल पुलिया जान लेवा बनता जा रहा है. बड़ा बाजार स्थित पुलिया निर्माण के छह माह बाद ही टूट गया इस रास्ता से गुजरना दुर्घटना को बुलाना साबित हो रहा है. वो तो भला हो स्थानीय लोगों का जो यहां पर लाल झंडा लगा लोगों को खतरा की चेतावनी देने व आगाह करने का पुण्य काम करते हैं. इसी प्रकार गांधी चौक से बलुआ होते हुए सप्ता जाने वाली सड़क मार्ग में भी बना पुलिया पूरी तरह टूट चुका है. इस पुलिया पर आये दिन दुर्घटना होना अब आम बात हो गयी है. यही हाल तिरहुत कॉलोनी के समीप भौआड़ा सड़क मार्ग में बनी पुलिया का है. आधी से अधिक पुलिया दोनों ओर से टूट कर नाला में जा गिरा है. लोग अंजाने में इस टूटे पुलिया के कारण दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं. लेकिन नगर परिषद प्रशासन इस बड़ी समस्या के निदान करने के दिशा में कोई भी कदम उठाने में विफल रहा है.
पुल पर रेलिंग नहीं
शहर के विभिन्न नालों पर बने पुलिया रेलिंग विहीन है. शहर के मछट्टा चौक, गांधी चौक, सूड़ी स्कूल के समीप बने पुलिया रैलिंग विहीन हैं. जिस कारण इन पुलिया पर प्राय: प्रतिदिन हादसा होती रहती है. सबसे अधिक फजीहत का सामना विद्यालय आने जाने वाली छात्रओं को होती है. कई छात्र कई बार नाली में रैलिंग नहीं रहने के कारण गिर चुकी है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस बाबत मुख्य पार्षद खालिद अनवर ने बताया है कि जल्द ही सभी पुलिया को ठीक कर दिया जायेगा. इसके लिये आवश्यक पहल हो रही है.